किन विद्रोही गुटों ने किया अलेप्पो पर कब्जा
बशर अल-असद सरकार के खिलाफ जबहत अल नुसरा, फ्री सीरियन आर्मी, कुर्दिश मिलिशिया और सबस अहम गुट तहरीर अल-शाम पिछले 12-14 सालों से गृहयुद्ध छेड़े हुए हैं। इन्हीं गुटों ने ही दो दिन पहले अलेप्पो शहर पर हमला कर महज 4 दिनों में इस पर अपना कब्जा जमा लिया। सीरिया सरकार के सैनिक भी इनसे हार गए। वहीं एक अंतर्राष्ट्रीय मीडिया रिपोर्ट ने ये दावा किया है सरकार के तैनात सुरक्षा बलों ने ही इन विद्रोहियों को आसानी से शहर पर कब्जा करने दिया। बता दें कि पूर्वी अलेप्पो पहले ही विद्रोहियों के कब्जे में था लेकिन अब ये शहर पूरी तरह इन विद्रोहियों के कब्जे में चला गया है।
दुनिया के सबसे पुराने शहरों में शामिल है अलप्पो
अलेप्पो शहर सीरिया का सबसे बड़ा शहर और एक आर्थिक केंद्र था। इस लिहाज़ से विद्रोहियों के लिए इस शहर को हथियााना रणनीतिक और प्रतीकात्मक दोनों ही नजरिए से सबसे अहम था। ये दुनिया के सबसे पुराने शहरों में से एक है। अलप्पो की स्थापना छठी सहस्राब्दी ईसा पूर्व में हुई थी। वहीं अलेप्पो के पुराने शहर के दक्षिण में खुदाई से पता चला था कि तीसरी सहस्राब्दी ईसा पूर्व की शुरूआत में इस क्षेत्र पर एमोरियों का कब्ज़ा था। बता दें कि अलेप्पो का गढ़, दुनिया के सबसे पुराने और सबसे बड़े महलों में से एक है, ये गढ़, अलेप्पो के प्राचीन शहर का हिस्सा है और 1986 से यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। लेकिन पिछले साल तुर्किए और सीरिया में आए भूकंप से ये गढ़ क्षतिग्रस्त हो गया था।
2012 से ज़ार-ज़ार हो रहा अलप्पो
अलप्पो में विद्रोही गुट 2012 से लगातार हमले कर सरकार को तो कमजोर कर ही रहे थे, साथ में वहां के हजारों लोगों को बड़ी बेरहमी से मौत के घाट उतार रहे हैँ। एक रिपोर्ट के मुताबिक 2012 से 2016 तक अलेप्पो में सरकार और विद्रोहियों के बीच लगातार भीषण संघर्ष चला। 2016 के आखिरी में असद सरकार ने रूस और ईरान की मदद से अलेप्पो पर फिर से नियंत्रण स्थापित किया लेकिन इस दौरान हजारों लोग मारे गए लाखों लोग अपना घर-बार छोड़कर दूसरी जगहों पर चले गए। ये शहर तब ही बुरी तरह से तबाह हो गया था, यहां पर जिंदा बचे लोगों के खाने के लाले पड़़ गए थे, मानवीय संकट गहरा गया है।