हाइजैकिंग सुलझाने में लगी टीम का हिस्सा
फ्लाइट दुबई में उतरी। सौभाग्य से, किसी की मौत नहीं हुई, लेकिन यह गलत भी हो सकता था।” उन्होंने घटना को “दिलचस्प” बताया और कहा कि एक ओर, वह उस टीम का हिस्सा थे जो हाइजैकिंग सुलझाने में लगी थी, जबकि दूसरी ओर, वे उन परिवारों में भी शामिल थे, जो सरकार से कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
भारतीय हवाई क्षेत्र में हाइजैक हो गया था विमान
गौरतलब है कि ‘आईसी 814: द कंधार हाइजैक’ सीरीज़ 1999 में आईसी 814 इंडियन एयरलाइंस फ्लाइट के हाइजैक की सच्ची कहानी पर आधारित है। यह छह-एपिसोड की सीरीज़ 24 दिसंबर 1999 की घटनाओं पर आधारित है, जब एक भारतीय एयरलाइंस की फ्लाइट IC 814 काठमांडू से दिल्ली के लिए उड़ान भर रही थी और काठमांडू त्रिभुवन अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ने के बाद भारतीय हवाई क्षेत्र में प्रवेश करने के तुरंत बाद हाइजैक हो गई थी।
पीआईएल में उठाए गए मुद्दे
इस बीच, दिल्ली उच्च न्यायालय में नेटफ्लिक्स की सिरीज़ “आईसी 814 द कंधार हाइजैक” पर बैन लगाने के लिए दायर की गई पीआईएल 6 सितंबर को वापस ले ली गई। याचिकाकर्ता ने वकील के माध्यम से कहा कि नेटफ्लिक्स की ओर से एक अस्वीकरण जोड़ा गया है जो हाइजैकिंग में शामिल आतंकवादियों के असली नामों को स्पष्ट करता है और पीआईएल में उठाए गए मुद्दों को संबोधित करता है।
आतंकवादियों की असली पहचान
हाल ही में, हिन्दू सेना के प्रमुख सुरजीतसिंह यादव ने यह पीआईएल दायर की गई थी, जिसमें नेटफ्लिक्स की सीरीज़ “आईसी 814 द कंधार हाइजैक” पर बैन लगाने की मांग की गई थी। पीआईएल में आरोप लगाया गया है कि सिरीज़ हाइजैकिंग में शामिल आतंकवादियों की असली पहचान गलत तरीके से दर्शाती है।
हाइजैकिंग की गलत प्रस्तुति का दावा
याचिकाकर्ता ने वकील शशिरंजन के माध्यम से अदालत में “आईसी 814: द कंधार हाइजैक” टेलीविजन मिनीसिरीज़ के खिलाफ मामला दायर किया, जिसमें 1999 की हाइजैकिंग की गलत प्रस्तुति का दावा किया गया। याचिका में दावा किया गया कि मिनी सिरीज़ ने असली हाइजैकर्स इब्राहीम अख्तर, शाहिद अख्तर सईद, सनी अहमद काज़ी, ज़हूर मिस्त्री, और शाकिर को “भोला” और “शंकर” जैसे हिंदू नाम दिए हैं, जो भगवान शिव से जुड़े हुए हैं।