सम्मेलन के प्रमुख विषय
हिन्दी दिवस (hindi diwas ) हिन्दी प्रेमी लोगों के लिए यह खुशखबरी लाया है कि हिन्दी में विदेश में इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। नेपाल और दुबई में भारत के मध्यप्रदेश के इंदौर मूल की प्रवासी भारतीय (NRI Special) सुनीता श्रीवास्तव ने बताया कि ग्लोबल हिन्दी उत्कृष्टता सम्मेलन ( Global summit 2024) में ये विषय रहेंगे :
विविधता व समावेशन: वैश्विक कंपनियों और संगठनों में सांस्कृतिक और भाषाई विविधता को बढ़ावा देना और कार्यस्थल पर सभी लोगों को समाहित करना।
सतत विकास: स्थिरता और पर्यावरण संरक्षण के दृष्टिकोण से व्यावसायिक अवसरों की खोज।
एआई और स्वचालन: नवीनतम प्रौद्योगिकी, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, और स्वचालन के क्षेत्र में उभरते हुए रुझानों पर चर्चा।
सम्मेलन के मुख्य उद्देश्य:
इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य हिन्दी को एक व्यावसायिक कौशल के रूप में स्थापित करना है, जो न केवल भारतीय बाजार में व्यावसायिक अवसरों के द्वार खोलेगा, बल्कि इसे वैश्विक स्थानीयकरण रणनीति के रूप में भी मान्यता देगा। यह सम्मेलन युवाओं को हिन्दी भाषा में उनकी क्षमता विकसित करने और हिन्दी को उनकी सफलता का महत्वपूर्ण हिस्सा बनाने का मंच प्रदान देगा।
सम्मेलन के प्रमुख वक्ता और पैनल चर्चाएं:
सम्मेलन में कॉर्पोरेट और शिक्षा जगत के प्रतिष्ठित वक्ता शामिल होंगे, जैसे: बालेन्दु शर्मा दाधीच (माइक्रोसॉफ्ट, निदेशक, स्थानीयकरण), विवेक कुमार (सीईओ, WWF),विवेक अत्रेय (प्रख्यात वक्ता और पूर्व IAS अधिकारी) अनन्या मुखर्जी, कार्यक्रम की मॉडरेशन डॉ. छाया धर सिन्हा, हेमांशु पारेख, डा. सुनीता श्रीवास्तव, अलका भार्गव और संजयकुमार (IBM) करेंगी। पैनल चर्चाएं विविधता और समावेशन, एआई और स्वचालन व सतत विकास के विषय पर गहन विचार-विमर्श करेंगी। विशेष रूप से, ये चर्चाएं
हिन्दी भाषा के माध्यम से भारतीय और वैश्विक संगठनों के सामने आने वाली चुनौतियों और अवसरों पर केंद्रित होंगी।
ग्लोबल हिन्दी फाउंडेशन
ग्लोबल हिन्दी फाउंडेशन पीटीई. लिमिटेड, एक सामाजिक उद्यम है, जिसका मुख्यालय सिंगापुर में है। यह संगठन भारतीय भाषाओं को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाने और हिंदी को वैश्विक मंच पर प्रमुख भाषा के रूप में स्थापित करने के लिए प्रतिबद्ध है। इसके तहत प्रेरणा पुरस्कार और हिंदी उत्कृष्टता शिखर सम्मेलन जैसे कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जो न केवल भारत, बल्कि दुनिया भर में भारतीय भाषाओं की प्रासंगिकता को बढ़ावा देते हैं। इस संबंध में संस्था की संस्थापक ममता मंडल ( Mamta Mandal )ने बताया, “हमारा उद्देश्य है कि हिंदी भाषा का उपयोग व्यापारिक जगत में बढ़े और इसे युवाओं के लिए एक महत्वपूर्ण व्यावसायिक कौशल के रूप में विकसित किया जाए।”
सम्मेलन की मुख्य विशेषताएं
मुख्य भाषण और पैनल चर्चाएं हिन्दी में होंगी। सम्मेलन के दौरान चयनित वक्ताओं को सम्मानित किया जाएगा, और उनके लेख व प्रोफाइल मारिका पत्रिका में प्रकाशित किए जाएंगे। आयोजन की रूपरेखा
ममता मंडल ने बताया कि यहां 28 सितंबर, 2024 की सुबह 10 बजे से शुरू होने वाला यह कार्यक्रम पूरे दिन चलेगा, जिसमें विविध सत्रों के साथ-साथ भोजन के लिए विश्राम भी रखा जाएगा। आयोजन समिति द्वारा वक्ताओं का चयन उनके प्रस्तुत सारांश के आधार पर किया जाएगा। यह सम्मेलन हिंदी को वैश्विक मंच पर और अधिक प्रतिष्ठा दिलाने और इसे कॉर्पोरेट क्षेत्र में सशक्त भाषा के रूप में स्थापित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। यह सम्मेलन न केवल कॉर्पोरेट जगत में हिन्दी का महत्व रेखांकित करेगा, बल्कि युवाओं के लिए इसे एक व्यावसायिक कौशल के रूप में स्थापित करने का भी प्रयास करेगा।