इस गांव के बच्चे घर पर नही पेड़ों और छतों पर पढ़ने को हैं मजबूर, जाने इसके पीछे की खास वजह
ओवेन के यह बीमारी जन्म ही शुरु हो गई थी। डॉक्टरों के द्वारा की गई जांच के बाद ओवेन की बीडब्ल्यूएस समस्या का पता चला। ओवेन को ना केवल जीभ के बढ़ने की समस्या है बल्कि उसे सांस लेने में भी तकलीफ रहती थी। कई बार तो वह सोते समय सांस लेना भी भूल जाता था जिससे उसे गले में घुटन होने लगती थी। बच्चे की समस्या को देखते हुए थेरेसा और उनके पति ने एक डिजिटल मॉनिटर लाया, जिसमें ओवेन की हृदय गति और ऑक्सीजन के स्तर की जाँच की गई जिसमें पता चला कि उनके बेटे को ठीक से ऑक्सीजन नहीं मिल रही है और इस मॉनीटर ने कई बार उसकी जान बचाई। थेरेसा के अनुसार, ओवेन की स्थिति ने भी उनके कैंसर की संभावना बढ़ गई है। इसलिए, हर तीन महीने में उनका अल्ट्रासाउंड और रक्त जांच की जाती है।
इसके बाद ओवेन की भी सर्जरी हुई है जिसमें उनकी दो इंच की जीभ काटकर अलग कर दी गई। इसके बाद ओवेन की नींद में भूलने की समस्या तो खत्म हो गई। लेकिन उसकी जीभ का विकास अभी तक कम नहीं हुआ है और डॉक्टर एक स्थायी समाधान की तलाश कर रहे है ताकि बच्चे की इस समस्या को भी दूर किया जा सके। और अन्य बच्चों की तरह समान्य जिंदगी जी सके।