लग्जरी कारों से भी ज्यादा महंगी है ये चाबी, जड़े हैं 34.5 कैरेट के हीरे
नदीम की मौत की खबर सुन परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। पूरा परिवार सदमे था। उसकी मौत का सदमा लिए परिवार और रिश्तेदार उसके जनाज़े की तैयारी में लग गए। उसके जनाज़े को जब लेकर लोग कब्रिस्तान पहुंचे तो किसी ने गौर किया कि उसकी सांसें चल रही हैं। उसे तुरंत अस्पताल ने जाया गया जहां उसे बचाने की बहुत कशिश की गई लेकिन उसने दोबारा दम तोड़ दिया।
नदीम के परिवार का आरोप है कि अस्पताल के डॉक्टर ने नदीम को सुबह 8 बजे ही मृत घोषित कर दिया था। परिवार ने भी डॉक्टर की बात मान ली लेकिन वह करीब 12 बजे तक ज़िंदा रहा । परिवार ने नदीम की मौत का ज़िम्मेदार अस्पताल प्रशासन को ठहराया है। नदीम के परिवार के आरोप लगाने के बाद भी अस्पताल प्रशासन ने कुछ कहने से इंकार कर दिया है।