पंजाब के फतेहगढ़ साहिब जिल के चरोटी कलां गांव में एक एेसा बरगद है, जिसे लोग मौत का पेड़ कहते हैं। इस पेड़ की जड़ें जिस खेत में जाती हैं वहां किसान खेती बंद कर देते हैं। मान्यता है कि अगर कोई इस पेड़ की जड़ें काटता है या फिर पेड़ के साथ कुछ छेड़छाड़ करता है तो उसकी या उसके परिवार के किसी न किसी सदस्य की मौत हो जाती है।
बता दें, बरगद के इस पेड़ के पास एक शिव मंदिर है। गांव वालों का कहना है कि सैकड़ों साल पहले इस जगह पर एक संत आए थे। उन्हों संतान प्राप्ति के लिए एक किसान को भस्म दी थी। उसकी पत्नी ने से इसे खाने से मना कर दिया। उस किसान ने यह भस्म संत को लौटाना चाहा तो संत ने भस्म लेने से मना कर दिया। किसान ने भस्म को जमीन पर रख दिया। कहते हैं इसी स्थान पर एक बरगद का पौधा उग आया जो सदियों से विराट रूप धारण करता जा रहा है। ऐसी मान्यता है कि यहां पर सच्चे मन मन्नत करने पर इंसान की हर मुराद पूरी होती है।