6 महीने तक डिप्रेशन में रहे
उत्तराखंड के देहरादून के दिव्याशु भी प्यार में टूटकर गम के सागर में चले गए थे। लेकिन उन्होंने जल्द ही खूद को संभाला और फिर से जिंदगी जीने के लिए आगे बड़ा। खबरों के अनुसार दिव्यांशु करीब 6 महीने तक डिप्रेशन रहे। इसके साथ बाद वह पबजी खेलने लगे। उन्होंने चाय का एक कैफे खोलने का विचार किया। इसके साथ उन्होंने इसका नाम रखने के लिए खूब सोचा फिर अचानक उनको ख्याल आया कि क्यों ना इसका नाम दिल टूटा आशिक रखा जाए।
माता-पिता ने किया सपोर्ट
कैफे का नाम सुनकर इसको देखने के लिए कई लोग आने लगे। यहां पर उनको अच्छी व्यवस्था मिली। अब यहां पर बड़ी संख्या में लोग यहां पर आते है। यह कैफे देहरादून के जीएमएस रोड पर स्थित है। सोशल मीडिया पर इस कैफे की कई तस्वीरें वायरल हो रही है। सबसे खास बात दिव्यांशु कैफे में आने वाले लोगों से अपने अनुभव भी साझा करते है। उनका कहना है कि इस कैफे में ज्यादा युवा वर्ग है। दिव्यांशु का कहना है कि यह काम शुरू करने में उनके माता-पिता ने खूब सपोर्ट किया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्यार करना बुरी बात नहीं है लेकिन प्यार में धोखा मिल जाता है तो दुनिया वहीं खत्म नहीं होती है। जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।