परिसीमन आयोग के सदस्य रिटायर्ड आईएएस मनोज श्रीवास्तव के साथ लोगों ने गंजबासौदा को जिला बनाने की मांग को लेकर चर्चा की। इसके लिए आवश्यक कुछ नए विकल्प सामने आए। रिटायर्ड आईएएस मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि आवश्वक दस्तावेजों और तथ्यों की पूर्ति कर परिसीमन आयेाग को विधिवत ज्ञापन दें।
यह भी पढ़ें: स्कूल में बेहोश होने लगे स्टूडेंट और टीचर, एक-एक कर गिरे 16 बच्चे, डॉक्टर्स भी हैरान सारी जानकारी पोर्टल पर दर्ज होना जरूरीरेस्ट हाउस में मीडिया से चर्चा करते हुए परिसीमन आयोग के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि गंजबासौदा को जिला बनाने के लिए गंजबासौदा का इतिहास, बीस वर्ष पूर्व जो मांग रखी थी, उसका ब्यौरा, जिला बनाने के लिए स्टीमेट तैयार करना होगा। क्षेत्र की भौगोलिक स्थिति, दखल सरकारी भूमि का रिकार्ड, नये कलेक्ट्रेट भवन सहित अन्य शासकीय कार्यालयों के लिए भूमि की राजस्व उपलब्धता, तहसील अनुभाग, ग्राम, ब्लॉक, जनसंख्या का अनुपात, कृषि एवं उद्योगों की स्थिति एवं उनके बीच संतुलन पर भी चर्चा की जाएगी। इन सारे बिंदुओं को वेब पोर्टल पर अपलोड करना होगा जिसके आधार पर परिसीमन हो पाएगा।
गौरतलब है कि गंजबासौदा को जिला बनाने के लिए क्षेत्र के सामाजिक, व्यापारिक सहित तमाम संगठनों ने अभियान चला रखा है। इसके लिए कई तरह की गतिविधियां भी लगातार की जा रही हैं। गंजबासौदा को जिला बनाने के साथ ही उदयपुर को तहसील बनाने की भी मांग की गई। परिसीमन आयोग के अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव को लोगों ने बताया कि त्योंदा की जनसंख्या उदयपुर से कम है फिर भी वह तहसील है। ऐसे में उदयपुर को भी तहसील बनाना चाहिए।