कंसल्टेंट एजेंसी ने जिला प्रशासन को जानकारी दी
रेल मंत्रालय की कंसल्टेंट एजेंसी, नेशनल हाई स्पीड रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड, ने जिला प्रशासन को कॉरिडोर निर्माण से संबंधित जानकारी प्रदान की है। अधिकारियों के अनुसार, यह देश में पहली बार हो रहा है कि बनारस से बिहार, झारखंड होते हुए हावड़ा तक लगभग 800 किलोमीटर लंबा हाई-स्पीड ट्रेन कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।इस कॉरिडोर पर ट्रेनों की गति 250 से 350 किलोमीटर प्रति घंटा होगी, जिसमें काफी दूरी पर एलिवेटेड पुल भी शामिल होंगे।
बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के एलाइनमेंट की जानकारी
एडीएम प्रशासन विपिन कुमार ने बताया कि रेलवे कॉरपोरेशन द्वारा कॉरिडोर के एलाइनमेंट के सर्वेक्षण के बाद 80 गांवों की एक सूची तैयार की गई है। हालांकि, गाटावार सर्वे अभी बाकी है। यह परियोजना वाराणसी जिले में लगभग 49 किलोमीटर तक फैलेगी।एलिवेटेड रेल लाइन करीब 15 मीटर ऊँचाई से गुजरेगी, जिसके लिए 17.5 मीटर चौड़ी भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। पुल के नीचे खेती या अन्य कार्यों पर प्रतिबंध होगा।
वाराणसी के इन गांवों से गुजरेगी हाई स्पीड ट्रेन
वाराणसी में हाई स्पीड कॉरिडोर के लिए 80 गांवों को चिह्नित किया गया है। यह सभी गांव सदर तहसील के अंतर्गत आते हैं।इसमें लच्छापुर, गुरदासपुर, चकिया, राजपुर, खजुरी, कल्लीपुर, कोईराजपुर, प्रतापचट्टी, दरेखू, घमहापुर, नरऊर, दोना, वीरापट्टी, सरैया, मिर्जापुर, सिकंदरपुर, हरिहरपुर, तुलसीपट्टी, ढेलवरिया, रामपुर आदि गांव शामिल हैं।
वाराणसी से हावड़ा के बीच बनेंगे 13 स्टेशन
वाराणसी-हावड़ा हाई-स्पीड ट्रेन के लिए जिले में एकमात्र स्टेशन होगा। इस मार्ग पर केवल 13 स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा, जिसमें वाराणसी में एक स्टेशन हरहुआ के पास रिंग रोड के किनारे प्रतापचट्टी में बनेगा। यहां स्टेशन, यार्ड और मेंटेनेंस सेंटर का निर्माण किया जाएगा।
इन जगहों से गुजरेगा हाई स्पीड रेल मार्ग
हाई-स्पीड ट्रेन वाराणसी से चंदौली, गाजीपुर, बक्सर, भोजपुर, पटना, जहानाबाद, गया होते हुए झारखंड में प्रवेश करेगी।झारखंड के हजारीबाग और गिरिडीह होते हुए यह धनबाद तक पहुंचेगी, और फिर पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान, पूर्वी बर्धमान, हुगली से होते हुए हावड़ा पहुंचेगी. इस रूट पर कॉरिडोर का निर्माण किया जाएगा।