फरवरी में 60 दिनों के लिए पर्यटन विभाग गंगा के उस पार रेती पर एक टेंट सिटी बसाने जा रही है। इसमें तीन दिन चार रात का विशेष पैकेज भी दिया जाएगा। वैसे तो गंगा उत्तर प्रदेश के दूसरे शहरों में भी बहती है, लेकिन काशी की अविरल गंगा पर्यटकों को खासा आकर्षित करती है। गंगा के किनारे अर्द्धचंद्राकार पर बसे करीब साढ़े 11 किमी के घाट के ठाठ देखने पूरी दुनिया से लोग आते हैं। गंगा किनारे बसे घाटों की जिंदगी लोगों को उत्साहित करती है। बाबा विश्वनाथ के दरबार, मां अन्नपूर्णा, काल भैरव मंदिर धर्म और आध्यात्म से जोड़ते हैं, तोसारनाथ जीवन दर्शन को समझाता है। इन्हीं खास विशेषताओं को ध्यान में रखते हुए योगी सरकार पर्यटन का नया रोडमैप तैयार करने जा रही है।