तेज बहादुर यादव ने अपने साथियों के साथ सुबह ही नामांकन किया था लेकिन कागजातों में कुछ कमी रह गयी थी इसलिए दोपहर में जाकर सारे दस्तावेज जमा कराये हैं। नामांकन करने के बाद तेज बहादुर यादव ने कहा कि हम देश की सीमा की रक्षा करते थे इसलिए असली चौकीदार हम हैं। यह लड़ाई असली व नकली चौकीदार के बीच में है। उन्होंने कहा कि मेरे नामांकन में देश के कोने-कोने से जवान आये हैं। पीएम नेरन्द्र मोदी जब सत्ता में आये थे तो कहा था कि न खाने खाउंगा न खाने दूंगा। इसके बाद भी देश में भ्रष्टाचार व्याप्त है। तेज बहादुर यादव ने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, किसान, रोजगार आदि मुद्दों को लेकर चुनाव लडऩे आया हूं। हम लोग अपने समर्थकों से एक-एक रुपया चंदा लेकर चुनाव लड़ रहे हैं।
यह भी पढ़े:-पीएम नरेन्द्र मोदी के रोड शो के बहाने होगा NDA का शक्ति परीक्षण सेना में भ्रष्टाचार को दिखाया तो आज मेरी यह हालत हो गयीतेज बहादुर यादव ने कहा कि सोशल मीडिया के जरिए बीएसएफ में व्याप्त भ्रष्टाचार को दिखाया था। किस तरह से सरहदों की रखवाली करने वाले जवानों को खाना दिया जाता है उसकी तस्वीर दिखायी थी नतीजा हुआ कि मुझे ही सेवा से बाहर कर दिया गया। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार को लेकर जो जंग शुरू की है वह आगे भी जारी रहेगी। इसी जंग को लडऩे के लिए ही चुनावी मैदान में आना पड़ा है।
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