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सिंगापुर की शिपिग कंपनी ट्रासओशन प्राइवेट लिमिटेड में थर्ड इंजीनियर के पद पर संतोष कार्यरत थे। उनकी पोस्टिंग नाइजीरिया में हुई थी। 26 मार्च 2016 को संतोष की पत्नी कंचन के पास एक फोन आया था जिसमे बताया गया था कि नाइजीरिया के समुद्री लुटेरों ने शिप रोक कर पांच लोगों को किडनैप कर लिया है जिसमे उनके पति संतोष भी शामिल है। लुटेरों ने किडनैप लोगों को रिहा करने क ेलिए कंपनी से फिरौती मांगी थी। कंचन को जब पति के किडनैप होने की जानकारी मिली तो उनके पैस के नीचे की जमीन ही घिसक गयी थी। कंचन को समझ नहीं आ रहा था कि इस समय उनकी कौन मदद करेगा। इसके बाद कंचन ने तत्कालीन विदेश मंत्री सुषमा स्वराज को ट्वीट कर वीडियो के जरिये सारी जानकारी दी थी। कंचन के ट्वीट के पांच मिनट बाद ही सुषमा स्वराज ने कहा था कि बहन खाना ने छोड़े मैं आपके पति को छुड़वाने में कोई कसर नहीं छोडूंगी। उसके बाद सुषमा स्वराज ने संतोष को छुड़वाने के लिए अथक प्रयास किया था उसी प्रयास के चलते लुटेरों के चंगुल से संतोष छूट पाये थे। संतोष के आजाद होते ही सुषमा स्वराज ने ट्रवीट कर उनके परिजनों को इस बात की जानकारी दी थी और कहा था कि मुझे यह कहते हुए प्रसन्नता हो रही है कि आपके पति समुद्री डाकुओं से छूट गये हैं। इसके बाद संतोष के परिजनों ने सुषमा स्वराज को थैंक्स भी कहा था। इसके बाद से ही कंचन ने सुषमा स्वराज को बड़ी बहन माना था और जब सुषमा स्वराज बीमारी हुई थी तो कंचन व उनके पति ने स्वास्थ्य लाभ के लिए प्रार्थना भी की थी।
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