पुलिस की मौजूदगी में मां ने कहा कि आकांक्षा साहसी थी। आत्महत्या का विचार उसके मन में कभी आ ही नहीं सकता था। अपनी प्रतिभा के दम पर अभिनय के क्षेत्र में अलग मुकाम बनाने वाली बेटी का जीवन समर व उसके भाई ने मिलकर बर्बाद कर दिया।
मधु दुबे ने कहा, “शनिवार शाम 7 बजे के आसपास मेरी बेटी से बातचीत हुई थी। उस समय वह खुश थी। उसकी बात से ऐसा नहीं लगा था कि वह परेशान है। पार्टी में जाने की कोई जानकारी नहीं दी थी।”
मधु दुबे ने सवाल किया कि आकांक्षा की मौत के चौबीस घंटे बाद भी भोजपुरी गायक समर सामने क्यों नहीं आया? तमाम लोगों के फोन उनके पास आए, लेकिन समर ने एक कॉल भी नहीं की। समर छिपा क्यों हुआ है? वह सबके सामने आकर हकीकत क्यों नहीं बताता है? यह सब जानते हैं कि जो गलत होता है, वही भागा-भागा फिरता है।
पुलिस के अनुसार, समर सिंह और आकांक्षा सिंह शूटिंग वगैरह के लिए वाराणसी या इसके आसपास के इलाके में आते थे तो टकटकपुर क्षेत्र स्थित एक फ्लैट में रुकते थे। तकरीबन तीन साल से दोनों एक-दूसरे के करीब थे और लिव इन रिलेशन में रहते थे।
आकांक्षा की मौत के बाद से ही भोजपुरी गायक समर सिंह का नाम सुर्खियों में है। उसके खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया जा चुका है। पुलिस के मुताबिक, समर घर पर नहीं है। उसकी तलाश की जा रही है। हालांकि, आकांक्षा की मौत के बाद समर ने सोशल मीडिया पर संवेदना व्यक्त की थी। उसने लिखा था कि निशब्द। अब पुलिस समर की तलाश में दबिश दे रही है।