पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में सीएम योगी आदित्यनाथ के दौरे के पहले विधायक से रंगदारी मांगने का प्रकरण सामने आते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया था। विधायक नीलरतन पटेल ने पुलिस को बताया था कि एक मोबाइल नम्बर से उनके पास फोन आया था। फोन करने वाले ने 20 लाख रुपये रंगदारी मांगी थी। रंगदारी नहीं देने पर परिवार सहित जान से मारने की धमकी दी गयी थी। धमकी देने वाले ने कहा था कि 24 घंटे के अंदर 20 लाख रुपये पहुंच जाने चाहिए। यदि यह बात किसी को बतायी तो परिवार सहित जाने से मार दिये देंगे। इसके बाद फोन काट दिया जाता है। विधायक ने जब उसी नम्बर पर फिर से फोन किया तो नम्बर स्वीच ऑफ हो गया था। विधायक ने टू कालर में देखा तो फोन करने वाले का नाम सोनू रहमत आ रहा था। पुलिस को जब सारी जानकारी मिली तो फोन नम्बर के आधार पर रंगदारी मांगने वालों की खोज शुरू हुई। पुलिस ने नम्बर सर्विलांस पर लगाया तो सारी जानकारी सामने आ गयी। पुलिस ने विधायक से रंगदारी मांगने के आरोप में जंसा क्षेत्र के हरसोस निवासी शाहिल और उसकेे दोस्त मोहम्मद मोनू को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। सीएम योगी आदित्यनाथ के आगमन से पहले ही घटना का खुलासा होने से पुलिस ने राहत की सांस ली है।
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