नरेन्द्र दूबे अडिग ने राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, सांसद व विधायक समेत कई चुनाव लड़ा है। वर्ष 2012 में उन्होंने उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए नामांकन किया था। चुनाव में वही नामांकन कर सकता था जिसके पास प्रस्तावक के रुप में 40 सांसद होने चाहिए थे। आरोप है कि नरेन्द्र दूबे ने सांसदों के फर्जी हस्ताक्षर कर नामांकन कर दिया था बाद में इस मामले का खुलासा होने पर फर्जीवाड़े की जानकारी सामने आयी थी इसके बाद नरेन्द्र दूबे की पुलिस ने तलाश शुरू कर दी थी लेकिन वह फरार हो गया था। मामला जब ठंडे बस्ते में चला गया था तो नरेन्द्र दूबे फिर से दिखने लगे थे। इसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने आखिरकार इस मामले में नरेन्द्र दूबे को गिरफ्तार कर लिया है।
यह भी पढ़े:-अर्थव्यवस्था में सुधार अभियान की शुरूआत करने यहां पर पहुंची वित्त मंत्री राष्ट्रपति चुनाव लडऩे का किया था दावा, कई चुनाव में आजमाया था भाग्यनरेन्द्र दूबे अडिग ने एमए व एलएलबी तक की शिक्षा ग्रहण की है। पहली बार 1984 में चिरईगांव से विधानसभा का चुनाव लड़ा था इसके बाद स्नातक विधान परिषद, विधानसीाा, लोकसभा सहित कई चुनाव लड़ चुके हैं। नरेन्द्र दूबे ने खुद ही राष्ट्रपति चुनाव लडऩे का भी दावा किया था। नरेन्द्र दूबे अडिग कभी श्रीकृष्ण, हनुमान तो कभी शिव के वेश में नामांकन करने पहुंचते थे।
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