कोरोना कर्फ्यू में घूम रहे लोगों को अनोखी सजा, गंगा नदी में तैरने वाली जेटी में लगाई सबकी कतार, वसूला जुर्माना
वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर घूमने आए तकरीबन दो दर्जन से अधिक लोगों का पुलिस ने धारा 188 के तहत चालान काटा है। इसकी सजा भी उन्हें खास अंदाज में दी गई।
Penality Imposed in Unique Way on People Romaing at Assi Ghat
वाराणसी. Penality Imposed in Unique Way on People Romaing at Assi Ghat. कोरोना संक्रमण (Covid-19) की दूसरी लहर का प्रकोप अभी भी जारी है। सरकार द्वारा कोरोना के प्रभाव को कम करने के लिए आंशिक रूप से लॉकडाउन लगाया गया है। वहीं जिले में स्थिति होते देख लोगों ने लापरवाही बरतना शुरू कर दिया है। बदलते मौसम का आनंद लेने के लिए लोग अपने दोस्तों और रिश्तेदारों संग घाट का आनंद लेने निकल पड़े हैं। वाराणसी के मशहूर अस्सी घाट पर घूमने आए तकरीबन दो दर्जन से अधिक लोगों का पुलिस ने धारा 188 के तहत चालान काटा है। इसकी सजा भी उन्हें खास अंदाज में दी गई। पुलिस ने नदी में तैरने वाली जेटी पर एक लाइन में खड़ा कर स्कूल टीचर की तरह सभी लोगों को कोरोना कर्फ्यू में नियम के उल्लंघन पर सजा दी और कर्फ्यू की अहमियत बताई। इसके बाद पुलिस ने एक-एक कर के सभी लोगों से जुर्माना वसूला और चेतावनी दे कर छोड़ दिया।
कर्फ्यू का समझाया महत्व मामला शुक्रवार की दोपहर का है जब रोज की तरह इलाके के चौकी इंचार्ज दीपक रानावत अपनी पूरी टीम के साथ गंगा घाट से लेकर इलाके की गलियों में कोरोना कर्फ्यू के दौरान गश्त कर रहे थे। ड्यूटी के दौरान उन्होंने देखा कि कई लोग घाट और गंगा में लगाई गई जेटी पर इधर उधर घूम रहे हैं। कुछ लोग अपने दोस्तों के साथ घूम रहे थे तो कुछ परिवार के साथ मौज मस्ती करने निकले थे। इस बीच पहुंची पुलिस टीम ने तकरीबन 30 लोगों को लापरवाही से घाट पर घूमने का कारण पूछा। पुलिस ने सभी को जेटी पर ही एक लाइन में खड़ा करा दिया।
100-100 रुपये वसूले चौकी इंचार्ज दीपक रानावत ने सबसे पहले सभी को कोरोना कर्फ्यू के महत्व और सरकार के आदेशों के बारे में बताया। उन्होंने सभी लोगों को समझाया कि इस समय घर से बाहर निकलना कितना ज्यादा खतरनाक हो सकता है। सभी से 100-100 रुपए का जुर्माना लिया गया व चेतावनी देकर छोड़ी की भविष्य में ऐसी गलती न करें। पुलिस द्वारा चालान करने पर तीन चार लोगों ने विरोध किया तो उनका धारा 188 के तहत एक और चालान भी पुलिस ने काट दिया।