पोस्टमार्टम रिपोर्ट में शराब के सेवन की बात नहीं आकांक्षा दुबे का वीडियोग्राफी के साथ 27 मार्च को शिवपुर पोस्टमार्टम हाउस में पोस्टमार्टम किया गया। यह पोस्टमार्टम नरपतपुर सीएचएल के डॉक्टर प्रशांत सिंह (एमडी) ने यूपीएचसी माधोपुर के डॉक्टर अलोक प्रकाश की मौजूदगी में किया। इन दोनों की ही रिपोर्ट में यह साफ है कि आकांक्षा ने शराब नहीं पी थी। क्योंकि न स्मेल और न ही पेट में आकांक्षा के शराब मिली है। डॉक्टर्स ने अपनी रिपोर्ट में शराब के सेवन का जिक्र नहीं किया है।
कलाई पर लगी है चोट डॉक्टर्स ने काज ऑफ डेथ हैंगिंग बताते हुए विसरा सुरक्षित रखने की बात रिपोर्ट में लिखी है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के एक कालम की क्या शरीर पर किसी अन्य चोट के भी निशान हैं में डॉक्टर्स ने लिखा है कि कलाई पर इंजरी है। आकांक्षा की मां के अधिवक्ता शशांक शेखर ने patrika.com को बताया कि बाएं हाथ की कलाई पर आकंक्षा के चोट के निशान हैं। इसके अलावा पेट में खाने की जगह एक ब्रॉउन अनअईडेंटीफाई लिक्विड मिला है। उसे केमिकल जांच के लिए भेजा गया है।
सीबीआई जांच की उठाई मांग शशांक ने बताया कि हमने सीबीआई जांच की मांग मुख्यमंत्री जी को पत्र लिखकर की है क्योंकि यह आत्महत्या के लिए सिर्फ दुष्प्रेरित करने का प्रकरण नहीं है। यह पूरी तरह से ह्त्या का मामला है।
समर सिंह भाग गया विदेश ! अधिवक्ता शशांक शेखर ने patrika.com से बात करते हुए बताया कि आरोपी समर सिंह शातिर किस्म का है और वह विदेश भाग सकता है। हमने लुक आउट नोटिस के लिए बात की थी जिसपर कहा गया कि प्रक्रिया की जा रही है। हमें उम्मीद है कि वह इस समय विदेश भाग चुका है।
न्याय के लिए भटक रही है मां patrika.coam ने इस सम्बन्ध में मधु दुबे से बात की तो वो अपना आपा खो बैठीं और कहा कि सभी समर सिंह को बचाने में लगे हुए हैं। कोई हमारी बेटी को न्याय नहीं दिला रहा है और रो पड़ीं। उन्होंने कहा कि दरवाजे पर रोज मीडिया वाले आ रहे हैं और बाइट ले रहे हैं पर किसी ने यह नहीं जाना कि इस मां का दर्द क्या है। मीडिया मेरी पल-पल की खबर दिखा रहा है पर उसे भी नहीं पता कि समर सिंह कहां हैं।
26 मार्च को हुई थी मौत आकंक्षा दुबे की मौत 26 मार्च को हुई थी। अगले दिन वाराणसी पहुंची मां ने समर सिंह प्रताड़ित करने का आरोप लगाया था और एफआईआर दर्ज कराई थी। तब ही से मां न्याय के लिए दर-दर भटक रहीं हैं