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ट्रेन में हमसफर कोच लगाये जायेंगे। सारे कोच थर्ड एसी के तर्ज पर होंगे। शुरूआत में एसी फस्र्ट व एसी सेकेंड कोच होने की संभावना नहीं है। ट्रेन का संचालन आरंभ हो जाने के बाद फस्र्ट व सेकेंड एसी कोच को लेकर कोई निर्णय हो सकता है। अभी बनारस से उज्जैन के लिए कोई सीधी ट्रेन नहीं है। इस रूट पर सफर करने में 15 से अधिक घंटे लगते हैं। नयी ट्रेन के आरंभ हो जाने के बाद इस रूट पर 10 घंटे से कम समय में लोगों को सफर पूरा हो जायेगा। रेलवे चाहता है कि ट्रेन का समय ऐसा रखा जाये कि श्रद्धालु एक जगह दर्शन करने के बाद ट्रेन पकड़ कर दूसरे ज्योतिर्लिंग पहुंच सके।
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