पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस के शहर उत्तरी विधानसभा से लगातार दूसरी बार विधायक बने रवीन्द्र जायसवाल को काफी पहले से मंत्री बनाने की मांग हो रही थी। यूपी में सीएम योगी आदित्यानथ की सरकार बनने के बाद बनारस से दो विधायकों को मंत्री बनाया गया था लेकिन रवीन्द्र जायसवाल की अनदेखी की गयी थी जिससे वह नाराज भी थे। मंत्री रवीन्द्र जायसवाल के पिता रामशंकर जायसवाल संघ के कार्यसेवक थे और उनके पिता का सपना था कि उनका बेटा एक दिन राजनीति के माध्यम से जनता की सेवा करे। रवीन्द्र जायसवाल जब राजनीति में आने लगे तो उनके पिता ने एक वायदा लिया था कहा था कि राजनीति का पैसा कभी घर मत लाना। इसके बाद रवीन्द्र जायसवाल ने अपने पिता को यही वायदा किया था जिसे आज भी निभाते हैं। विधायक से मंत्री बने रवीन्द्र जायसवाल आज भी राजनीति को पैसा घर नहीं लाते हैं। बीए व एलएलबी पास विधायक रवीन्द्र जायसवाल ने अपनी सैलरी का पैसा परिवार व खुद पर खर्च नहीं किया। इसे अन्य लोगों की मदद में ही लगाया। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने रवीन्द्र जायसवाल को मंत्री बना कर उनका बड़ा सपना पूरा किया है।
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