डीआरएम बंगले के पास एक खाली जर्जर मकान था। मकान में कुछ ठेकेदार लकड़ी का समान रखे थे। मकान खाली होने के चलते यहां पर जुआरी व अन्य अराजक तत्व दिन भर जमा रहते थे। मंगलवार की दोपहर को यहां पर अचानक आग लग गयी। खाली मकान से लोगों ने धुआं उठते हुए देखा तो फायर बिग्रेड को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकल के दो वाहनों ने आग बुझाने का प्रयास किया। आग पर कुछ काबू पाने में सफलता मिल गयी थी लेकिन मकान के अंदर रखी हुई लकड़ी से लगातार धुआं निकल रहा था। भीषण गर्मी के चलते लकडिय़ों के फिर धधकने की संभावना को देखते हुए वहां पर जेसीबी बुलायी गयी। इसके बाद जेसीबी से जर्जर मकान को तोड़ा गया और फिर आग पर पूरी तरह से काबू पाने में सफलता मिली। आग लगने वाली जगह पर स्थानीय लोगों को जमावड़ा हो गया था। स्थानीय लोगों की माने तो खाली मकान के चलते यहां पर अराजक तत्व हमेशा सक्रिय रहते थे। संभावना जतायी कि किसी अराजक तत्व ने जलता हुआ कोई चीज फेका होगा। इसके चलते ही यहां पर आग लगी।
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