पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश के अनुसार डॉ. अफरोज ने पूछताछ में बताया कि उसने 2010-11 सत्र में कानपुर के जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस में दाखिला लिया। फिर 2017-18 में डिग्री हासिल कर ली। उसके बाद 2019 में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग से मेडिकल ऑफिसर के पद पर चुना गया। फिलहाल लखनऊ के दाउदनगर पीएचसी एवं मोहनलालगंज सीएचसी में बतौर चिकित्सा अधिकारी कार्यरत था।
पुलिस की पूछताछ में उसने बताया कि 2020 में डॉक्टर शिफा खान से निकाह हुआ। तब वो लखनऊ के मेदांता हॉस्पिटल में कार्यरत थी। बताया कि 2018-19 में लखनऊ आने पर डॉ ओसामा और नीलेश उर्फ पीके आदि से संपर्क हुआ। उसके बाद 2021 में नीट में सॉल्वर के जरिए चार अभ्यर्थियों को पास कराने का काम लिया। 12 सितंबर 2021 को नीट वाले दिन सॉल्वर जूली और गैंग के अन्य सदस्यों के पकड़े जाने के बाद वो नेपाल चला गया। कुछ दिनों बाद स्थान बदल-बदल कर हिमांचल प्रदेश, दिल्ली तथा अमेठी स्थित अपनी ससुराल में छिप कर रहता रहा। हाईकोर्ट से एंटीसिपेटरी बेल पाने का भी प्रयास कर रहा था।
बताया कि 2010 में सीपीएमटी के मार्फत उसका सलेक्शन एमबीबीएस में हुआ था। काउंसलिंग के समय ही अज्ञात व्यक्ति ने शिकायत की कि मेरा चयन फर्जी तरीके से सॉल्वर बैठाकर हुआ है। इस पर जांच के बाद थाना स्वरूप नगर कानपुर नगर में मुकदमा दर्ज हुआ। इसी शिकायत और मुकदमे की जांच के कारण मेरी इंटर्नशिप रुक गई थी। बाद में 2017 में मुकदमे में फाइनल रिपोर्ट लग जाने के बाद इंटर्नशिप पूरी हुई थी।
12 सितंबर 2021 को सारनाथ स्थित परीक्षा केंद्र पर नीट सॉल्वर गैंग की सदस्य जूली कुमारी और परीक्षा केंद्र के बाहर उसकी मां बबिता कुमारी को गिरफ्तार करते हुए कमिश्नरेट पुलिस ने गैंग का खुलासा किया था। इसके बाद पटना निवासी मास्टरमाइंड पीके, पटना सचिवालय में लिपिक उसके बहनोई रितेश कुमार सहित 19 आरोपियों को अब तक गिरफ्तार किया जा चुका है।
बंगलूरू बगलगुनते थाना क्षेत्र के मेन लेख रोड अवनाव न्यू पार्षद बिल्डिंग निवासी आशुतोष राज, त्रिपुरा के गोमती उदयपुर स्थित राधे किशोरपुर निवासी दिव्य ज्योति नाग, त्रिपुरा गोमती उदयपुर ककराबन थाना अंतर्गत गर्जनमोरा निवासी मृत्युंजय देवनाथ का हाल पता बरदोवाली मिलन सादा थाना एडी नगर अगरतला पश्चिम त्रिपुरा है। इन सभी को भगोड़ा घोषित करते हुए न्यायालय से संपत्ति जब्त करने की नोटिस जारी की गई है।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि वांछित मृत्युंजय देबनाथ, दिव्य ज्योति नाग उर्फ देबू, आशुतोष राज, मुन्तजिर, प्रवीण, प्रमोद, हामिद रजा, साइबर कैफे संचालक कोटा, पीयूष, चंदन, संजीव, पटना निवासी डॉ. गणेश, डॉ गुरु प्रसाद, प्रदीप्तो भौमिक, अंकुर, देवी प्रसाद राय उर्फ यश, सुरेंद्र प्रताप सिंह और पंकज शर्मा की गिरफ्तारी को दबिश दी जा रही है।