पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस को तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बिजली कटौती से मुक्त किया था इसके बाद यूपी में आयी सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार ने पीएम के संसदीय क्षेत्र पर खास ध्यान दिया और बिजली व्यवस्था सुधार के लिए संसाधन तक बढ़ाये। बनारस की बिजली आपूर्ति में बहुत सुधार हुआ था लेकिन इस साल सारी व्यवस्था पटरी से उतर गयी थी। गर्मी में कटौती हुई थी उसके बाद बारिश में भी कटौती जारी है। मछोदरी उपकेन्द्र से ३६ घंटे तक फाल्ट आने के चलते बिजली गायब थी और लोगों को अपना घर छोड़ कर जाना पड़ा था इसके बाद विद्युत मंत्री श्रीकांत शर्मा तक यह जानकारी पहुंची तो उन्होंने जांच करायी थी और कई अभियंताओं पर गाज गिरी थी इसके बाद भी शहर में निर्बाध विद्युत आपूर्ति नहीं हो पा रही है।
यह भी पढ़े:-#patrikaUPnews-सुषमा स्वराज ने कहा था कि बहन खाना ने छोड़े मैं आपके पति को छुड़वाने में कोई कसर नहीं छोडूंगी विद्युत आपूर्ति में आयी गड़बड़ी को पकडऩे के लिए खरीदा जायेगा फाल्ट लोकेटर
विद्युत आपूर्ति में आयी गड़बड़ी को पकडऩे के लिए फाल्ट लोकेटर मशीन खरीदी जायेगी। एक मशीन की कीमत तीन करोड़ रुपये हैं। ऐसे में 12 करोड़ की लागत से चार फाल्ट लोकेटर खरीदने की तैयारी की गयी है। 33 केवी के फाल्ट लोकेटर दो मशीन बनारस को मिलेगी। जबकि एक-एक मशीन प्रयागराज व गोरखपुर को मिलेगी। मशीन खरीदने के लिए बकायदे टेंडर जारी होगा। साथ ही सप्लाई करने वाली कंपनी को विद्युत विभाग के कर्मचारियों को प्रशिक्षण व तीन साल तक मशीन का रखरखाव भी करना होगा।
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