पीएम नरेन्द्र मोदी के चुनाव लडऩे के चलते बनारस सीट से प्रत्याशी की संख्या 100 पार करने की उम्मीद है। चुनाव आयोग ने प्रत्याशियों की संभावित संख्या को देखते हुए अत्याधुनिक ईवीएम मशीन एम-३ का उपयोग करने की योजना बनायी है। यह मशीन अपने आप में खास होती है। इस ईवीएम में एक साथ 24 बैलेट यूनिट के जरिए 384 उम्मीदवार का नाम जोड़ा जा सकता है जिसमे नोटा भी शामिल रहता है। वर्ष 2014 में हुए मतदान की बात की जाये तो उस समय भी दर्जनों प्रत्याशी ने गुजरात के तत्कालीन सीएम नरेन्द्र मोदी के खिलाफ चुनाव लडऩे के लिए आवेदन किया था उस समय की मशीन अधिकतम चार बैलेट यूनिट जोडऩे पर अधिकतम 64 प्रत्याशी का नाम ही जोड़ा जा सकता था। उस समय लगा था कि बनारस में बैलेट पेपर से वोटिंग होगी। लेकिन कई प्रत्याशियों का नामांकन तकनीकी कारणों से निरस्त हो गया था इसके बाद ईवीएम मशीन से चुनाव कराया गया था। इस बार नयी मशीन के उपयोग करने की तैयारी की गयी है। सुरक्षा दृष्टि से भी नयी मशीन काफी खास होगी। यदि कोई मशीन के साथ छेड़छाड़ करने का प्रयास करता है तो मशीन अपने आप बंद हो जाती है। बनारस में सबसे अंतिम चरण में 19 मई का मतदान होना है ऐसे में चुनाव आयोग के पास पर्याप्त समय है जिससे नयी मशीन के उपयोग को लेकर किसी प्रकार की समस्या होने की संभावना नहीं है।
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