परिवार के ही युवक ने की फायरिंग घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सोमवार और मंगलवार की आधी रात के करीब आसपास रहने वाले परिवार के युवक आकाश यादव ने घर के बाहर सो रहे अपने 65 वर्षीय ताऊ राजबली यादव पर गोली चला दी। गोली चलने की आवाज सुनकर घर के छत पर सो रहे राजबली के बेटे रविंद्र यादव सहित परिवार के सभी सदस्य दौड़ कर बाहर आए तो पाया कि आकाश के हाथ में असलहा है और पास में ही बुजुर्ग राजबली लहूलुहान पड़े हैं। रविंद्र व परिवार के अन्य लोग आकाश को पकड़ने के लिए दौड़े तो उसने अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी। इस फायरिंग से रविंद्र की मां शांति देवी के पेट में दो गोली लगी और एक गोली रविंद्र की पत्नी विमला के पैर में लगी। एक गोली रविंद्र के बेटे गौरव यादव के घुटने में लगी है।
घायल रविंद्र बीएचयू के ट्रामा सेंटर भेजा गया बावजूद इसके रविंद्र ने आकाश का पीछा करना चाहा तो उनसे असलहे के मुठिया से रविंद्र के सिर पर वार कर घायल कर दिया और जब तक रविंद्र संभल पाता व घटना स्थल से भाग निकला। गोली चलने की आवाज सुन कर मौके पर गांव के लोग भी जुट गए। इन्हीं में से किसी ने पुलिस को फोन कर घटना की जानकारी दी। साथ ही सभी घायलों को समीप के अस्पताल पहुंचाया। अस्पताल में परीक्षण के बाद डॉक्टरों ने राजबली को मृत घोषित कर दिया जबकि परिवार की दो महिलाओं और 13 वर्षीय किशोर को जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। वहीं रविंद्र को वाराणसी के बीएचयू स्थित ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया।
तीन दिन पहले ही गांव आया था पीड़ित परिवार घटना के बाद पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है। इस बीच घटना के संबंध में घायल रविंद्र के भाई का कहना है कि परिवार के लगभग सभी सदस्य काम-धंधे के सिलसिले में महाराष्ट्र में रहते हैं। गांव में माता-पिता के साथ बड़े भाई की पुत्री दीपिका रहती है। माता-पिता से मिलने के लिए तीन पहले ही गांव आए थे। इस बीच चाचा के लड़के ने हमारे परिवार के लोगों पर देर रात ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी जिसमें पिता की मौत हो गई है जबकि मां की हालत भी गंभीर बनी हुई है। उसे दो गोलियां लगी हैं। पुलिस के अनुसार घटना का कारण भूमि विवाद बताया जा रहा है।