स्थानीय निवासी ने क्या कहा ?
स्थानीय निवासी सुनील उपाध्याय ने कहा, “यह बबुआ पांडेय घाट है। मैं यहां अपने दोस्तों संग मिलकर इस दीप समारोह को आयोजित कर रहे हैं। हम लोग सनातन धर्म को मानने वाले लोग हैं। हमारे सबसे बड़े पर्वों में से एक है देव दीपावली। “ 51000 दीपों से लिखा जायेगा बंटोगे तो कटोगे
उन्होंने आगे कहा कि ऐसा कहा जाता है कि आज के दिन देवता काशी पधारते हैं। उनके स्वागत में हम लोग दीप जलाते हैं। हमारे
सीएम योगी भी सनातन धर्म के बड़े अनुयायी हैं। उन्होंने अपने बयान में कहा था कि बंटोगे तो कटोगे। उन्हीं के इस बयान से हम देश विदेश के सैलानियों को संदेश देना चाहते हैं। हम सबको काशी की धरती से संदेश देना चाहते हैं कि बंटोगे तो कटोगे, इसलिए हमें एक होकर रहना है। इस स्लोगन को लिखने के लिए करीब 51000 दीपों का हम लोग इस्तेमाल करेंगे।
रतन टाटा को दी जाएगी श्रद्धांजलि
बता दें कि वाराणसी में शुक्रवार को मनाई जाने वाली देव दीपावली के अवसर पर सभी 84 घाटों को 17 लाख दीयों से रोशन किया जाएगा। इस बार घाटों पर सजाए जाने वाले दीये महिला सशक्तिकरण को समर्पित होंगे और काशी के घाटों पर दिवंगत उद्योगपति रतन टाटा को श्रद्धांजलि भी दी जाएगी।