गाजीपुर के पूर्व सांसद मनोज सिन्हा को पीएम नरेन्द्र मोदी व अमित शाह का खास माना जाता है। बीजेपी ने जब यूपी चुनाव में प्रचंड बहुमत पाया था तो उस समय मनोज सिन्हा के ही मुख्यमंत्री बनाने की तैयारी थी बाद में आरएसएस के कहने पर सीएम योगी आदित्यनाथ को मुख्यमंत्री बनाया गया। गाजीपुर का सांसद रहते हुए मनोज सिन्हा को रेल राज्यमंत्री व दूरसंचार जैसे महत्वपूर्ण विभाग दिया गया था। गाजीपुर को नयी ट्रेन देने के साथ पूर्वांचल में स्टेशनों के विकास में मनोज सिन्हा की महत्वपूर्ण भूमिका थी। लोकसभा चुनाव 2019 में अखिलेश यादव व मायावती की पार्टी ने गठबंधन किया था उस समय गाजीपुर के जातीय समीकरण को देखते हुए बीजेपी चाहती थी कि मनोज सिन्हा को बलिया संसदीय सीट से चुनाव लड़ाया जाये। गाजीपुर के तत्कालीन सांसद मनोज सिन्हा इसके लिए तैार नहीं हुए थे और कहा था कि वह चुनाव लड़ेंगे तो गाजीपुर से ही। गाजीपुर सीट पर हुए चुनाव में बाहुबली मुख्तार अंसारी के भाई अफजाल अंसारी ने मनोज सिन्हा को शिकस्त दी थी। उसके बाद मनोज सिन्हा को राज्यसभा के जरिए केन्द्रीय मंत्री बनाने की अटकले लग रही थी। बीजेपी सूत्रों की माने तो यूपी से ही मनोज सिन्हा को राज्यसभा भेजने की तैयारी की गयी है। अब देखना है कि बीजेपी अगला कदम क्या उठाती है।
यह भी पढ़े:-#PatrikaBreakingNews-ओम प्रकाश राजभर ने भंग की सभी कार्यकारिणी, किया चौकाने वाला खुलासा