ऑल इंडिया बैंक इम्प्लाइज एसोसिएशन की अपील पर बनारस में यूपी बैंक इम्प्लाइज यूनियन ने एक दिवसीय हड़ताल किया। कर्मचारियों का आरोप है कि केन्द्र सरकार के श्रम विरोधी नीतियों के चलते ही उन्हें आंदोलन करना पड़ा है। कर्मचारियों ने कहा कि पेंशन स्कीम में सुधार, काम की अवधि तय करने, बैंक के काम बाहर से ठेके पर कराने, बैंकिंग संशोधन विधेयक व निजीकरण आदि मुद्दे को काफी दिनों से विरोध किया जा रहा था। केन्द्र सरकार ने हम लोगों की बात नहीं मानी तो विवश होकर आंदोलन पर जाना पड़ा है। कर्मचारियों ने अपने बैंक के बाहर ही जमकर सराकर विरोधी नारे लगाये। कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से बैंक परिसर में सन्नाटा पसरा रहा। जिन लोगों को हड़ताल की जानकारी नहीं थी वह सुबह ही बैंक पहुंच गये थे लेकिन उन्हें बैरंग ही वापस आना पड़ा। आंदोलन में अध्यक्ष आरबी चौबे, मंत्री संजय कुमार शर्मा, पीसी घोष, जेके दास, प्रमोद द्विवेदी, इमरान अली आदि लोग शामिल थे।
यह भी पढ़े:-कोहरे व बादल के कारण एयरपोर्ट के रनवे पर नहीं उतर पाये विमान, किये गये डायवर्ट 17000 चेक व ड्राफ्ट का नहीं हुआ निस्तारणकर्मचारियों का दावा है कि उनके आंदोलन से पूर्वांचल में आठ सौ करोड़ रुपये का करोबार प्रभावित हुआ है। बनारस में अकेले ही 17000 चेक व ड्राफ्ट का निस्तारण नहीं हुआ। जबकि नगद, आरटीजीएस व नेफ्ट के चलते बनारस में ही चार सौ करोड़ रुपये का कारोबार प्रभावित हुआ है। कर्मचारियों के अनुसार बनारस में राष्ट्रीयकृत बैंकों की 250 से अधिक शाखाओं में कामकाज ठप रहा है।
यह भी पढ़े:-Weather Alert-मौसम विभाग की भविष्यवाणी सही साबित, शुरू हुई बारिश एटीएम का ही रहा सहाराबैंक कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के चलते लोगों को कैश की बहुत दिक्कत हुई है। एटीएम के सहारे ही उनका काम चला है। कई जगहों पर एटीएम में लंबी लाइन लगी रही। कई एटीएम में जल्द ही पैसा खत्म हो गया था और लोगों को पैसे के लिए लंबी दूरी तक तय करनी पड़ी।
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