scriptपुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर के बाद अखिलेश यादव के प्लान का हुआ खुलासा, बसपा में मचा हड़कंप | Akhilesh Yadav new plan disclosed after Pushpendra Yadav Encounter | Patrika News
वाराणसी

पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर के बाद अखिलेश यादव के प्लान का हुआ खुलासा, बसपा में मचा हड़कंप

मायावती को खुद ही संभालना पड़ा मोर्चा, सपा ने खोल दिया है सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा

वाराणसीOct 10, 2019 / 02:59 pm

Devesh Singh

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

वाराणसी. पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर के बाद जिस तरह से अखिलेश यादव ने सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार के खिलाफ मोर्चा खोला है उससे प्रदेश की सियासत गरम हो गयी है। सपा के प्लान का खुलासा हो जाने के बाद बसपा में हड़कंप मच गया। मायावती को खुद ही आगे आकर मोर्चा संभालना पड़ा है। सपा का यह दांव सफल होता है तो बीजेपी को बड़ा वोट बैंक खिसक सकता है।
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अखिलेश यादव ने पुष्पेन्द्र यादव के एनकाउंटर को फर्जी बताते हुए यूपी सरकार पर हमला बोला है। इस मुद्दे पर अखिलेश यादव के सक्रिय होते ही यादव समाज में एक नयी ताकत आ गयी है। अखिलेश यादव ने पुष्पेन्द्र यादव के परिजनों से भेंट की थी और उसका असर पीएम नरेन्द्र मोदी के संसदीय क्षेत्र बनारस में देखने को मिला था। बनारस के नाटी इमली के विश्व प्रसिद्ध भरत मिलाप में पहली बार यादव बंधुओं ने पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर के विरोध में नारेबाजी की। ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी धार्मिक समारोह में यादव ने सरकार को घेरा था। इस विरोध से साफ हो जाता है कि अखिलेश यादव अपने परम्परागत वोटरों को जो संदेश देना चाहते थे वह पहुंच गया है। पुष्पेन्द्र यादव का एनकाउंटर सही था या फर्जी। यह तो जांच का विषय है लेकिन इस घटना ने अखिलेश यादव को फिर से विरोधी दल का बड़ा नेता बना दिया है जो किसी मुद्दे को लेकर सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ सकते हैं।
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तीन चुनाव में मिली हार के बाद अखिलेश यादव ने बदली रणनीति
अखिलेश यादव के नेतृत्व में सपा को तीन चुनाव में हार मिल चुकी है। सपा को राहुल गांधी व प्रियंका गांधी की कांग्रेस व बसपा का गठबंधन भी काम नहीं आया था। मुलायम सिंह यादव की राजनीति में सक्रियता कम होने व शिवपाल यादव के अलग पार्टी बनाने से सपा को बड़ा नुकसान हुआ है। सपा से यादव वोटर दूर होने लगे थे और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटर बीजेपी से जुड़ गये। इसके चलते पिछड़े वर्ग की राजनीति करने वाली सपा कमजोर हो गयी थी लेकिन अखिलेश यादव ने सही समय पर पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर को मुद्दा बना कर अपने कैडर वोटरों पर पकड़ मजबूत की है। साथ ही अन्य पिछड़ा वर्ग के लोगों को भी साधने का प्रयास किया है, जिनका मानना है कि यूपी सरकार में उनके हितों की अनदेखी हो रही है।
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बसपा में मचा हड़कंप, मायावती को संभालना बड़ा मोर्चा
अखिलेश यादव के नये प्लान से बसपा में भी हड़कंप मच गया है। बसपा सुप्रीमो मायावती जानती है कि उन्हें यूपी की सत्ता में वापसी करनी है तो दलितों के साथ ओबीसी वोटरों को भी जोडऩा होगा। बीजेपी ने अन्य पिछड़ा वर्ग के वोटरों को अपने साथ जोड़ा है लेकिन अभी तक यादव वोट बैंक में बड़ी सेंधमारी नहीं कर पायी है ऐसे में बीजेपी से नाराज यादव वोटरों पर बसपा की भी नजर है। पुष्पेन्द्र यादव एनकाउंटर के बाद अखिलेश यादव ने विरोध शुरू किया है जिससे बसपा को भी सीएम योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलना पड़ा है और बसमा सुप्रीमो मायावती ने यूपी में जंगलराज होने का बयान तक दे दिया।
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यूपी में ताबड़तोड़ अपराध से बैकफुट पर सीएम योगी सरकार, वोट बैंक खिसकने का भी पैदा हुआ खतरा
पीएम नरेन्द्र मोदी की लहर में बीजेपी ने यूपी की सत्ता पर कब्जा किया था। यूपी को क्राइम मुक्त करने के वायदे से सत्ता में आयी बीजेपी इस समय बैकफुट पर आ गयी है। सीएम योगी आदित्यनाथ सरकार यूपी में अपराध नहीं रोक पा रही है। ऐसे में सपा का हमला बीजेपी के लिए परेशानी का सबब बन सकता है। सपा चाहती है कि यूपी सरकार की छवि पिछड़ा वर्ग के साथ भेदभाव करने वाली बन जाती है तो बीजेपी का बड़ा वोट बैंक खिसक जायेगा। यदि ऐसा हुआ तो बीजेपी को तगड़ा झटका लगना तय है।
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