मां का दर्द अब कौन समझेगा आकांक्षा दुबे का दाह संस्कार पूरा होने के बाद परिजन देर रात राख लेकर घर चले गए। रात 8 बजे के बाद मणिकर्णिका पहुंचे शव के साथ परिजन, फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े लोग और आकांक्षा के समर्थक पहुंचे थे। इस दौरान साथ-साथ चल रहीं मां मधु दुबे का दर्द शायद हो कोई बांट सकता था। बेटी के चेहरे का अंतिम दर्शन कर मधु बार बार यही बात दोहरा रहीं थी कि अब उनका दर्द कौन समझेगा।
खुला चेहरा तो मच गई चीख पुकार काशी के महाश्मशान पर शव पहुंचा तो आकांक्षा की निढाल मां को पति ने सहारा दे रखा था। घाटों की सीढ़ियां उतर मां ने बेटी का चेहरा अंतिम बार देखने की इच्छा जाहिर की तो पहले तो परिजनों ने मना किया पर मां की जिद के आगे सभी ने घुटने टेक दिए और भाई ने बहन का चेहरा खोला तो मणिकर्णिका पर चीख पुकार मच गई।
बोला भाई दीदी अब किससे होगी लड़ाई मां के साथ बनारस पहुंचे बड़े भाई ने भी बहन को देख चीख मारनी शुरू की। भाई हरिओम दुबे बड़ी बहन के जाने से गम और गुस्से से भरा हुआ है। बहन का अंतिम दर्शन करने के बाद रोकर बस एक ही सवाल किया दीदी लौट आओ तुम नहीं रहोगी तो अब किससे लड़ाई करूंगा।
26 तारीख को होटल में मिला था शव भोजपुरी ऐक्ट्रेस और कभी टिक टॉक क्वीन रहीं आकांक्षा का शव रविवार 26 मार्च को वाराणसी के सारनाथ थानाक्षेत्र के एक होटल के कमरे में पंखे में साड़ी के सहारे लटका मिला था। आकांक्षा की हेयर आर्टिस्ट रेखा मौर्या ने दरवाजा खुलवाने की कोशिश की थी पर काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला तो होटल स्टाफ ने मास्टर की से दरवाजा खोला था, जहां आकांक्षा का शव लटकता मिला था।
भोजपुरी सिंगर समर सिंह और उसके भाई पर दर्ज हुआ मुकदमा बनारस पहुंचे परिजनों ने मोर्चरी की जगह सीधे सारनाथ थाने का रुख किया और वहां भोजपुरी सिंगर समर सिंह और उसके भाई संजय सिंह पर प्रताड़ना, मारपीट और 5 करोड़ रुपए बकाये के साथ हत्या करने का आरोप लगाते हुए नामजद तहरीर दी। इसपर पुलिस ने नामजद मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।