मियागंज क्षेत्र पंचायत सदस्य भानु सिंह चंदेल ने कहा कि क्षेत्र पंचायत कार्यालय के भ्रष्टाचार और गैर जिम्मेदाराना कार्यशैली से क्षेत्र पंचायत सदस्य परेशान है। आज शनिवार को क्षेत्र पंचायत की बैठक का एजेंडा जारी हुआ था। जिसमें सदस्यों को भी बुलाया गया। लेकिन उनके कार्यों को प्रस्ताव में शामिल नहीं किया जाता है और ना ही मानदेय दिया जाता है। भाजपा विधायक बब्बा लाल दिवाकर और अन्य जनप्रतिनिधियों को भी बैरंग वापस लौटना पड़ा। सोमवार 24 जून को 50 क्षेत्र पंचायत सदस्य जिलाधिकारी को इस्तीफा सौंपेंगे।
उनके प्रस्ताव विकास कार्यों में नहीं होते हैं शामिल
भानु सिंह चंदेल ने अधिकारियों पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यहां पर बिना रिश्वत के कोई कार्य नहीं होता है। उनसे प्रस्ताव मांगे जाते हैं। लेकिन कार्य वीआईपी और वीवीआईपी के नाम पर बांट दिया जाता है। 74 ग्राम पंचायत में 83 बीडीसी हैं। इनमें कई ग्राम पंचायत ऐसी हैं। जहां एक रुपए का भी कार्य नहीं हुआ है। बीडीओ और ब्लॉक प्रमुख कोई भी उनकी बात नहीं सुनता है। ब्लॉक प्रमुख ने निर्दलीय चुनाव लड़कर भाजपा प्रत्याशी को हराया था। अब वह भी बीजेपी में शामिल हो गए हैं।
अकाउंटेंट पर भी लगाए गंभीर आरोप
भानु सिंह चंदेल ने बताया कि मियागंज खंड विकास कार्यालय के अकाउंटेंट से बीते 3 साल से खंड विकास अधिकारी ब्लॉक प्रमुख सहित कर्मचारी परेशान है। डिमोशन की जगह प्रमोशन कर दिया गया है। सत्ता पक्ष के लोगों का उसके ऊपर हाथ है। जो सत्ता पक्ष के नेताओं तक हिस्सा पहुंचा रहा है।
क्या कहते हैं बीडीसी संघ अध्यक्ष?
बीडीसी संघ अध्यक्ष परमेश्वर ने बताया कि बैठक में एक बार क्षेत्र पंचायत सदस्यों के सिग्नेचर से प्रस्ताव पास किया जाता है। जो साल भर चलता है। क्षेत्र पंचायत सदस्य को नाली, खरंजा, हैंडपंप आदि एक भी कार्य नहीं दिए जाते हैं। काम मांगने पर कहते हैं कि- “तुम हो कौन”। केवल उन्हें सिग्नेचर करने के लिए बुलाया जाता है। इसके लिए भत्ता देय है। वह भी नहीं दिया जाता है। पब्लिक पूछती है कि साढ़े तीन साल में तुमने क्या कार्य कराया है? उनके नाम का एक पत्थर भी कहीं नहीं लगा है।