ट्रेन का शेड्यूल और स्टॉपेज
04224 लखनऊ-टाटानगर फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन 16 अक्टूबर को चारबाग रेलवे स्टेशन से 15:10 बजे रवाना होगी। यह ट्रेन रायबरेली, अमेठी, वाराणसी, पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन, सासाराम, गया और गोमो होते हुए अगले दिन सुबह 08:50 बजे टाटानगर पहुंचेगी।
वापसी में 04223 टाटानगर-लखनऊ फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन 17 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे टाटानगर से रवाना होगी और अगले दिन सुबह 04:55 बजे लखनऊ पहुंचेगी। इसी प्रकार, 04226 लखनऊ-टाटानगर स्पेशल ट्रेन 20 अक्टूबर को 15:40 बजे लखनऊ से रवाना होकर अगले दिन सुबह 09:10 बजे टाटानगर पहुंचेगी। वापसी में 04225 टाटानगर-लखनऊ फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन 21 अक्टूबर को सुबह 11:00 बजे रवाना होगी और अगले दिन सुबह 04:55 बजे लखनऊ पहुंचेगी।
20 डिब्बों की स्पेशल ट्रेन
इस फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन में कुल 20 डिब्बे होंगे, जिसमें 18 स्लीपर क्लास और 2 एसएलआरडी कोच होंगे। स्लीपर डिब्बों की अधिकता यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित यात्रा का अवसर प्रदान करेगी, वहीं एसएलआरडी कोच माल और सामान ढोने के लिए उपयोगी होंगे।
यात्रियों को मिलेगी राहत
त्योहारों के दौरान ट्रेनों में भारी भीड़ के कारण यात्रियों को कंफर्म टिकट मिलना मुश्किल हो जाता है। ऐसे में, यह फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन यात्रियों को आरामदायक यात्रा का मौका देगी और उन्हें भीड़भाड़ से बचने का अवसर प्रदान करेगी। इसके अलावा, ट्रेन का समय और शेड्यूल इस तरह से निर्धारित किया गया है कि यात्रियों को अपने गंतव्य पर समय पर पहुंचने में मदद मिलेगी। रिजर्वेशन जल्द करें
रेलवे ने यात्रियों से अपील की है कि वे जल्द से जल्द अपना रिजर्वेशन कराएं, क्योंकि त्योहारों के दौरान यात्रियों की संख्या काफी बढ़ जाती है। इस विशेष ट्रेन की सुविधा उठाने के लिए यात्री IRCTC की वेबसाइट या नजदीकी रेलवे स्टेशन पर जाकर टिकट बुक कर सकते हैं।
ट्रेन के रूट पर प्रमुख स्टेशन
यह फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन लखनऊ से टाटानगर तक के रूट पर कई प्रमुख स्टेशनों पर रुकेगी। इसमें रायबरेली, अमेठी, वाराणसी, गया और पं. दीनदयाल उपाध्याय जैसे प्रमुख स्टेशन शामिल हैं, जिससे इन क्षेत्रों के यात्री भी इस सुविधा का लाभ उठा सकेंगे। त्योहारों के दौरान यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने यह महत्वपूर्ण कदम उठाया है। लखनऊ से टाटानगर के बीच चलने वाली फेस्टिवल स्पेशल ट्रेन से यात्रियों को न सिर्फ भीड़ से राहत मिलेगी, बल्कि वे समय पर अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे। रेलवे का यह निर्णय यात्रियों के लिए निश्चित रूप से एक बड़ी राहत साबित होगा।