इसी कड़ी में सामने आया कि सूबे के उज्जैन में पीसीसी चीफ कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाए जाने के लिए तंत्र साधना का सहारा लिया जा रहा है। ये कोई आम साधना नहीं, बल्कि शमशान घाट पर रात के अंधेरे में छह तांत्रिकों द्वारा भगवान भैरवनाथ की मूर्ति के पास कमलनाथ का फोटो रखकर तंत्र साधना की जा रही है। ताकि प्रदेश में उनकी सरकार ही बने।
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कांग्रेस की जीत के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा
नवरात्रि में इन दिनों उज्जैन के चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर रात होते ही विशेष अनुष्ठान किया जा रहा है। इस अनुष्ठान में नींबू, शराब और पुतलियों के माध्यम से आधा दर्जन तांत्रिक भगवान भैरवनाथ की मूर्ति के सामने तंत्र साधना कर शाबर मंत्र पढ़ते नजर आ रहे हैं। मध्य प्रदेश में आगामी 17 नवंबर को विधानसभा चुनाव के मतदान होने हैं। प्रदेश में आचार संहिता लगने के बाद से प्रचार पर रोक लग चुकी है। ऐसे में कांग्रेस को जिताने के लिए तंत्र-मंत्र का सहारा लिया जा रहा है।
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रात के अंधेरे में श्मशान पहुंचते हैं 6 तांत्रिक
बाबा महाकाल की नगरी उज्जैन तंत्र साधकों के लिए भी बड़ा केंद्र माना जाता है। यहां देशभर से विशेष समय पर तांत्रिक आकर तंत्र क्रिया करते हैं। तंत्र साधक भय्यू महाराज के अनुसार, चक्रतीर्थ श्मशान घाट पर इन दिनों कमलनाथ को मुख्यमंत्री बनाने और विधानसभा चुनाव में कांग्रेस सरकार बनने के उद्देश्य से विजय अनुष्ठान किया जा रहा है। अनुष्ठान में इस बात की भी पूजा हो रही है कि, पहले की तरह इस बार कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त ना हो। ये तंत्र क्रिया इसीलिए महत्वपूर्ण है क्यों कि इसे कुल 6 तांत्रिक रात के सन्नाटे में शमशान घाट पर बगलामुखी, भैरवी, भैरव और पुतली साधना के साथ धधकती चिताओं के बीच कमलनाथ की फोटो लेकर मंत्रोच्चार करते हैं। तंत्र क्रिया के दौरान उनके पास पुतलियां, हवन सामग्री, नींबू और शराब भी रखी रहती है।
तंत्र क्रिया के लिए खास है चक्रतीर्थ श्मशान
उज्जैन में शिप्रा किनारे का श्मशान नवरात्रि में तंत्र साधकों के लिए बड़ा केंद्र होता है। खासकर चक्रतीर्थ शमशान में देशभर से तांत्रिक आकर तंत्र क्रिया करते हैं। उज्जैन में महाकाल दक्षिणमुखी विराजित है, यह तंत्र साधकों के लिए सबसे फलदायीं माने जाते हैं। तांत्रिक मानते हैं कि चक्रतीर्थ पर की गई कोई भी पूजा विफल नहीं होती है।