रविवार को विश्व पिकनिक दिसस है। पिकनिक शब्द फ्रांसीसी भाषा से लिया गया है जिसका अर्थ होता है, प्रकृति के बीच बैठकर भोजन या नाश्ता करना। बताया जाता है कि पिकनिक की शुरुआत फ्रांसीसी क्रांति के बाद शुरू हुई थी। उस समय घर के बाहर खुले में परिवार या मित्रों के साथ अनोपचारिक भोज आयोजित किया जाता था। १९वी शताब्दी में इंग्लैंड की पिकनिक मशहूर हुई थी। अपनी विशेषताओं के कारण ही पिकनिक कल्चर इतना बढ़ा कि १८ जून को पूरी दुनिया इस दिन का मनाती है। इस दिन पर जानते हैं शहर के कुछ स्पॉट जहां हम पिकनिक का मजा ले सकते हैं।
१. केडी पैलेस- शहर से करीब १२ किलोमीटर दूर कालियादेह महल उज्जैन का सबसे प्रसिद्ध पिकनिक स्पॉट है।
कब जाएं- बारिश के दिनों में ज्यादा खूबसूरत।
विशेषता- सिंधिया स्टेट में महल का निर्माण हुआ। प्राचीन सूर्य मंदिर है। महल के एक ओर ५२ कुंड व दूसरी ओर क्षिप्रा नदी बहती है।
व्यवस्था- नि:शुल्क है। भोजन पकाने, खाने के लिए पर्याप्त स्थान। पार्किंग। पानी, चाय-नाश्ते की होटल आदि।
२. नौलखी बिड- पांच किलोमीटर दूर मक्सीरोड पर वन विभाग ने २50 हेक्टेयर में फैली नौलखी बीड के एक भाग में मिनी जंगल विकसित किया है। वर्तमान में काफी प्रचलित है स्थान है।
कब जाएं- बारिश के साथ ही अन्य मौसम में भी जाने योग्य।
विशेषता- यहां जंगल की अनुभूति होती है। नील गाय, लोमड़ी जैसे जंगली जानवर देखने को मिलते हैं। दो तालाब हैं जो रमणीयता बढ़ाते हैं।
व्यवस्था- न्यूनतम शुल्क में प्रवेश। सशुल्क अपना वाहन अंदर लेजा सकते हैं। रेस्टोरेंट। बैठने के लिए जगह-जगह शेड, बच्चों के लिए झूले, रोप आदि।
३. इको पार्क- तीन किलोमीटर दूर इंदौर रोड शनि मंदिर के नजदीक वन इको पार्क विकसित किय है। बड़ी संख्या में शहरवासी यहां आते हैं।
कब जाएं- बारिश के साथ ही अन्य मौसम में भी जाने योग्य।
विशेषता- हरियाली से परिपूर्ण हैं। छोटे-छोटे पोखर, बासं के हट व मचान, बांस का जंगल खूबसरती बढ़ाते हैं। पास ही घुमने के लिए अनुभूति पार्क है।
व्यवस्था- न्यूनतम शुल्क में प्रवेश। बैठने व भोजन करने के लिए व्यवस्थित स्थान। बच्चों के लिए झूले, रोप आदि।
४. मयूर वन- कोठी रोड स्थित पुराने विक्रम वाटिका को स्मार्ट सिटी कंपनी द्वारा मयूर वन के रूप में विकसित किया है।
कब जाएं- किसी भी सीजन में जा सकते हैं।
विशेषता- हरियाली के साथ वाकिंग ट्रेक, तालाब आदि हैं। आसानी से मयूर देखे जा सकते हैं।
व्यवस्था- पार्किंग स्थल। मनोरंजन के लिए भुलभूलैया, वॉलीबोल व बेडमिंटन कोट, झूले आदि। बैठने की पर्याप्त व्यवस्था।
इन स्थानों पर भी मना सकते हैं पिकनिक
– नृसिंहघाट
– हामुखेड़ी बिजासन माता टेकरी
– त्रिवेणी
– उंडासा तालाब रत्नागर सागर
– विष्णुसागर
– चकोर पार्क
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पिकनिक से हैप्पी न्यूरो ट्रांसमिटर रिलिज होते हैं
हैप्पी लाइफ के लिए पिकनिक या आउंटिंक का विशेष महत्व है। इससे शरीर के साथ मन व मस्तीष्क भी स्वस्थ रहता है। इस तरह की एक्टिविटी से हैप्पी न्यूरो ट्रांसमिटर डोपामिन रिलिज होता है। यह व्यक्ति को खुशी देता है और मानसिक तनाव कम करता है। एक दिन की पिकनिक आने वाले कई दिनों के लिए व्यक्ति को नई ऊर्जा के साथ रिचार्ज करती है।
– डॉ. नीतराज गौड़, न्यूरो फिजिशियन