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उदयपुर

मुफ्त की ‘पुलिसगिरी’ नहीं करना चाहते गांव के लोग

ग्राम रक्षक नियुक्ति का मसला, उदयपुर जिले के आधे गांव अब भी खाली, शहर के आसपास की तुलना में पिछड़े क्षेत्रों में स्थिति खराब

उदयपुरJul 07, 2021 / 08:54 am

Pankaj

मुफ्त की 'पुलिसगिरी' नहीं करना चाहते गांव के लोग

मुफ्त की ‘पुलिसगिरी’ नहीं करना चाहते गांव के लोग

उदयपुर. राजस्थान पुलिस ने जनता से तालमेल बनाने को लेकर पहले सीएलजी, पुलिस मित्र और फिर ग्राम रक्षक की नियुक्ति तय की। प्रत्येक गांव में पुलिस और ग्रामीणों के बीच सामन्जस्य बनाना ग्राम रक्षकों की जिम्मेदारी है। इसे लेकर उदयपुर जिले सहित प्रदेशभर में प्रक्रिया चल रही है। हालांकि उदयपुर जिले में गांवों की कुल संख्या की तुलना में लगभग 50 फीसदी ग्राम रक्षक ही नियुक्त किए जा सके हैं।
राजस्थान पुलिस अधिनियम 2007 तथा राजस्थान पुलिस अध्यादेश 2020 के अनुसार ग्राम रक्षक सूचीबद्ध करने के लिए आवेदन मांगे गए थे। यह सर्कुलर 6 जुलाई, 2020 को जारी किया गया। इस एक साल के दरमियान उदयपुर जिले के उन गांवों में शत प्रतिशत नियुक्ति कर दी गई, जो शहर के आसपास में है, जबकि उन ग्रामीण क्षेत्रों में नियुक्ति नहीं हो पाई है, जहां शिक्षा का स्तर कम है।
दो साल की नियुक्ति
पुलिस मुख्यालय की मदद के लिए ग्राम रक्षक अवैतनिक स्वयंसेवक के रूप में 2 वर्ष के लिए बनाए गए हैं। इसके लिए 40 वर्ष से 55 वर्ष तक की आयु के ग्रामीणों का चयन किया गया है। ग्रामरक्षकों को पुलिस की मदद किस तरह करनी है, इसके लिए उन्हें प्रशिक्षण भी दिया गया है। आवेदन के विरुद्ध थाने में किसी भी तरह का केस नहीं हो।
यह है ग्रामरक्षक की जिम्मेदारी
– गांव में अपराध होने, कानून व्यवस्था बिगडऩे पर पुलिस को सूचना देना।

– पुलिस कार्रवाई के दौरान लोगों की ओर से बाधा पहुंचाने से रोकने में मदद।
– पुलिस व्यवस्था से संबंधित समस्या या शिकायत दर्ज कर रिकॉर्ड में लेना।
– गांव में अपराध संबंधित मामलों पर ग्राम पंचायत से संपर्क बनाए रखना।
– त्योहार या अन्य किसी अवसर पर गश्त व्यवस्था में पुलिस की सहायता करना।

– गांव में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सामान्य चौकसी रखना।
– गांव में संदिग्ध गतिविधि या अपराध का प्रयास करने की सूचना पुलिस को देना।
– अवैध हथियार मिलने पर व्यक्ति की गिरफ्तारी में पुलिस की मदद करना।
– अपराधी महिला है तो ग्राम रक्षक के साथ महिला भी आ सकती है।

जिलेवार सूचीबद्ध ग्रामरक्षक

अजमेर – 1121
अलवर – 1049
भिवाड़ी – 842
बांसवाड़ा – 993

बारां – 1084
बाड़मेर – 2610

भरतपुर – 1127
भीलवाड़ा – 1138

बीकानेर – 595
बूंदी- 796

चित्तौडग़ढ़ – 848
चूरू – 856

दौसा – 961
धौलपुर- 713

डूंगरपुर – 876
हनुमानगढ़ – 788
जयपुर ग्रामीण – 1127
जयपुर पूर्व – 152

जयपुर पश्चिम – 244
जयपुर उत्तर – 37

जयपुर दक्षिण – 272
जैसलमेर – 206

जालोर – 647
झालावाड़ – 1153

झुंझुनंू – 990
जोधपुर ग्रामीण – 722
जोधपुर पूर्व – 143
जोधपुर पश्चिम – 202

करौली – 812
कोटा ग्रामीण – 764

कोटा शहर – 25
नागौर – 1538

पाली – 913
प्रतापगढ़ – 551

राजसमंद – 999
सवाईमाधोपुर – 692

सीकर – 1079
सिरोही – 458
श्रीगंगानगर – 1486
टोंक – 865

उदयपुर – 1754

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