सायरा निवासी चमना (85) पुत्र रावत नट ने रिपोर्ट में बताया कि उसका पुश्तैनी मकान सायरा की मेघवाल बस्ती में है। कुछ समय से परिवार के साथ मजदूरी के लिए पाली चला गया। चमना का आरोप है कि पीछे से ब्राह्मणों का कलवाना निवासी करण व योगेश ने मकान को गिरवा दिया। उसका आरोप है कि मकान के बाहर खड़ा पुराना ट्रैक्टर, दरवाजे, खिडक़ी आदि सामान ले गए। रिपोर्ट में आरोप लगाया कि मकान गिराने के बाद प्लॉट पर श्रमिकों से नया निर्माण करने लग गया। सूचना पर मौके पर पहुंच कार्य रुकवाया तो आरोपियों ने डराया- धमकाया व मकान पर काम जारी रखा। सायरा थाने में रिपोर्ट देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हो रही है। इधर, करण व योगेश ने भी थाने में अपना मकान किसी व्यक्ति से खरीदने व इनके द्वारा काम नहीं करने देने की शिकायत की है ।
मामले में जांच जारीदोनों पक्ष मकान की जमीन अपनी होने की बात कह रहे हैैं। मकान पर काम रुकवा दिया है। दोनों पक्षों ने रिपोर्ट दी है। जांच चल रही है।
कंवरलाल, थानाधिकारी, सायरा READ MORE: पूर्व मंत्री गिरिजा व्यास ने कांग्रेसियों को बता दिया ऐसेे बनती बिगड़ती हैं सरकारें तहसीलदार ने बीच मार्ग पर पकड़ा बजरी से भरा डम्पर गींगला पसं. सलूम्बर तहसीलदार डायालाल पाटीदार ने सोमवार शाम उथरदा ग्राम पंचायत में न्याय आपके द्वार शिविर से लौटते समय लोदा- खरका के बीच अवैध बजरी से भरा डम्पर रुकवाते हुए कार्रवाई की। इस दौरान हडक़ंप मच गया, जिससे अवैध रूप से बजरी ले जाने वाले अन्य लोग भाग निकले। गौरतलब है कि जयसमंद के चमेंट एरिया में नदियों से बजरी खनन एवं परिवहन पर पूर्णतया रोक के बावजूद अवैध रूप से गोमती खरका नदी से बजरी खनन कर ऊंचे दामों पर बेची जाती है। तहसीलदार पाटीदार ने ओवरलोड बजरी से भरा डम्पर रुकवाया और गींगला चौकी पर सूचना दी। पुलिस को मौके पर पहुंच डम्पर जब्त करने क ो कहा। बाद में पुलिस डम्पर को गींगला चौकी लेकर आई और सलूम्बर माइनिंग विभाग को सूचना देकर कार्रवाई के निर्देश दिए।