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उदयपुर

गिने-चुने डॉक्टरों के बीच घंटों कराहते सैकड़ों मरीज

एमबी हॉस्पिटल की ओपीडी के हाल
बीमारी की भीड़ बढ़ रही लगातार, व्यवस्थाओं में बदलाव की जरूरत

उदयपुरOct 03, 2022 / 08:01 am

bhuvanesh pandya

एमबी हॉस्पिटल की ओपीडी के हाल

एमबी हॉस्पिटल की ओपीडी के हाल

संभाग के सबसे बडे़ महाराणा भूपाल हॉस्पिटल में शुक्रवार को ओपीडी में माकूल चिकित्सकों के अभाव में मरीज दिनभर कराहते रहे। सब कुछ देखकर भी चिकित्सालय प्रशासन इसे लेकर कुछ नहीं कर पा रहा है। शुक्रवार को यहां एमबी हॉस्पिटल की ओपीडी में अधिकांश मरीज अपनी बारी का इन्तजार करते दिखे। हालात ये है कि चिकित्सक कक्षों में इक्का-दुक्का डॉक्टर ही बैठे थे। ऐसे में यहां पहुंचने वाले मरीजों को घंटों अपनी बारी का इन्तजार करना पड़ रहा है। शुक्रवार को पत्रिका टीम ओपीडी पहुंची तो नजर आया कि चिकित्सकों कक्षों के बाहर लम्बी-लम्बी कतारें थी, जबकि उन्हें देखने वाले चिकित्सक अपेक्षाकृत बेहद कम थे।

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दिन भर मरीज परेशान, डॉक्टर मस्त

– हालात ये है कि कई चिकित्सक तय समय से पहले ही हॉस्पिटल से गायब होकर बाहर अपने व्यक्तिगत कार्यों में व्यस्त रहते हैं। जाने के समय को लेकर इन चिकित्सकों की कोई माॅनिटरिंग नहीं है, जबकि बाहर व ग्रामीण अंचल से मरीजों को सुबह यहां पहुंचने से लेकर रात को घर लौटने तक खूब परेशानी उठानी पड़ती है।
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घर आ जाना: यहां लगेगी फीस

– अधिकांश चिकित्सक ओपीडी में मरीजों को तुरत-फुरत में देखने के बाद शाम के समय मरीजों को रिपोर्ट देखने या अन्य किसी बहाने से घर बुलाने लगे हैं। ऐसे में इस सरकारी ओपीडी को लेकर बड़ी परेशानी उभर कर सामने आ रही है। यहां मरीज शाम को उनके घर पहुंचता है तो पूरी फीस वसूली जाती है। इसे लेकर प्रशासनिक कोई सिस्टम ऐसा नहीं है कि चिकित्सक उपचार के नाम पर मरीजों और परिजनों पर अनावश्यक दबाव बनाते हैं।
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और हो गई इतिश्रीचिकित्सकों के ओपीडी डे बांटे गए हैं। इस दौरान चिकित्सक मरीजों को देखते हैं, लेकिन आम दिनों में ज्यादातर ओपीडी को रेजिडेंटस ही संभालते हैं, जबकि नियमानुसार ये स्पष्ट है कि यहां पर एक हर ओपीडी मे एक-एक चिकित्सक अनिवार्य रूप से लगाया जाए।
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ये बना रखे हैं नियम

– यदि कोई डॉक्टर अपने ओपीडी टाइम में कुर्सी पर नहीं है, तो उसके लिए एमबी हॉस्पिटल में औचक निरीक्षण दल भी बना रखा है, वहीं दूसरी ओर यदि डॉक्टर्स अपनी कुर्सी छोड़कर यहां-वहां जाते है, तो उन्हें मूवमेंट रजिस्टर में लिखना होता है, लेकिन ज्यादातर डॉक्टर इसे देखते नहीं है।- एमबी की मेडिसीन ओपीडी में मरीज और डॉक्टर के बीच एक विशेष पर्दा लगवाया गया है, ताकि मरीज को बाहर से चिकित्सक नजर नहीं आए, ऐसे में यहां यदि कोई जाता है तो अन्दर कौन चिकित्सक देख रहा है, इसका पता उसे नहीं चल सकेगा।
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फेक्ट फाइल- जैसा कि एमबी अधीक्षक डॉ आर एल सुमन ने बताया, एक पखवाडे़ का ओपीडी-आईपीडी।

दिनांक- ओपीडी-आईपीडी

15 सितम्बर- 3120- 173

16- सितम्बर- 3442- 209

17 -सितम्बर 3450-180
18-सितम्बर 1121- 62

19- सितम्बर 3661- 178

20- सितम्बर 3850- 201

21- सितम्बर 3609-199

22- सितम्बर 3539-168

23- सितम्बर 3562-190

24- सितम्बर 3129- 159

25- सितम्बर 1027-64
26- सितम्बर 1087-59

27- सितम्बर 3824-199

28- सितम्बर 3447-174

29- सितम्बर 3056-135

30- सितम्बर 3086-171

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48210-2521

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जिन चिकित्सकों की ड्यूटी है, उन्हें अनिवार्य रूप से बैठना होता है, यदि कोई नहीं बैठता है, तो पूरी तरह से गलत है। हम मॉनिटरिंग के लिए और सख्ती करेंगे, ताकि चिकित्सक समय पर वहां मरीजों को मिले और मरीजों को उपचार मिल सके।
डॉ. लाखन पोसवाल, प्राचार्य, आरएनटी मेडिकल कॉलेज

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