उदयपुर से अहमदाबाद ब्रॉडगेज पर ट्रेनों का आवागमन शुरू होने से मेवाड़-वागड़ के साथ ही राजस्थान और उत्तर भारत के अन्य प्रदेश, गुजरात और दक्षिण भारत से सीधे जुड़ जाएंगे। इस ट्रैक से अहमदाबाद, सूरत, बड़ौदा, महाराष्ट्र सहित देश के दक्षिणी हिस्सों में आवागमन सुगम होगा। रेलवे की कई ट्रेनें, जो अन्य स्टेशनों पर लंबे समय के लिए खड़ी रहती हैं, उनके फेरे उदयपुर तक बढ़ाए जा सकते हैं।
अब तक यह थी स्थिति – नाथद्वारा से गुजरात के ओखा तक चलने वाली ट्रेन मावली, चित्तौडग़ढ़, रतलाम, से होकर 611 किमी का सफर करती है। ट्रेन रात दस बजे मावली से रवाना होकर 12 घंटे का सफर करते हुए दूसरे दिन 9.40 बजे अहमदबाद पहुंचती है। यह ट्रेन उदयपुर-अहमदाबाद रूट पर चले तो 7 घंटे में सफर पूरा होगा।
– उदयपुर से बांद्रा ट्रेन चित्तौडग़ढ़, रतलाम, बड़ौदा, सूरत होते हुए बांद्रा जाती है, जिसमें 17 घंटे लगते हैं। इस ट्रेन को अहमदाबाद से चलाया जाए तो 150 किमी सफर घटेगा, वहीं चार घंटे बचेंगे। इस ट्रेन में यात्री भार भी अधिक रहता है। ऐसे में इसे प्रतिदिन करने की जरुरत है।
इन शहरों से हो सकती है सीधी ट्रेन ब्रॉडगेज शुरू होने पर सूरत, अहमदाबाद, बेंगलूरू, मुंबई, पुना, चैन्नई, हैदराबाद, त्रिवेंद्रपुरम, कन्या कुमारी, रामेश्वरम, सोमनाथ, सिकंदराबाद, कच्छ-भुज, वेरावल आदि ट्रेनों का फेरा उदयपुर तक बढ़ाया जा सकता है। अहमदाबाद तक चलने वाली साप्ताहिक ट्रेनों के फेरे उदयपुर तक बढ़ सकते हैं।