– डॉ प्रवीण ओझा- एसोसिएट प्रोफेसर एनॉटोमी – डॉ रेणुका जरिना लाल- प्रोफेसर- बायोकेमेस्ट्री
– डॉ जमिल मोहम्मद – असि प्रोफेसर- बायोकेमेस्ट्री – डॉ निराली सालगिया- असि प्रोफेसर- बायोकेमेस्ट्री
– डॉ हरचरणसिंह- एसोसिएट प्रोफेसर- फार्माकोलॉजी
– डॉ हेमन्त महुर- प्रोफेसर- जनरल मेडिसीन – डॉ बलदेव कुमार मीणा- एसोसिएट प्रोफेसर-जनरल मेडिसीन
– डॉ धीरजकुमार मित्तल- असि प्रोफेसर जनरल मेडिसीन – डॉ शरद मेहता- एसोसिएट प्रोफेसर-डरमेटोलॉजी
– डॉ सुरेशचन्द्र कोचर- एसोसिएट प्रोफेसर- साइकेट्री
– डॉ कृष्णगोपाल शर्मा- एसोसिएट प्रोफेसर- जनरल सर्जरी – डॉ मोहित बिरला- असि प्रोफेसर- जनरल सर्जरी
– डॉ एमपी जैन- एसोसिएट प्रोफेसर- ऑथोZपेडिक – डॉ राधा रस्तोगी- प्रोफेसर- गायनिक
– डॉ भारतकुमार बिलवाल- एसोसिएट प्रोफेसर- गायनिक
– डॉ कुशलबाबू गहलोत- प्रोफेसर- रेडियोलॉजी – डॉ मयंक चौधरी- असि प्रोफेसर-रेडियोलॉजी
– डॉ नरेन्द्र बंसल- एसोसिएट प्रोफेसर- डेन्टिस्ट्री —— कोरोना जाने के बाद इस सत्र से ही पढ़ाई में तेजी आई है, तो अब एक साथ इतने चिकित्सकों को यहां से हटाने का असर पढ़ाई पर पडे़गा। इतना ही नहीं यदि समय रहते फिर से यहां तय संख्या में ही चिकित्सक नहीं लगाए जाते हैं, तो विद्यार्थियों के परीक्षाएं भी प्रभावित होंगी। फिलहाल इन्हीं चिकित्सकों को वापस लाया जाएगा या चित्तौड़गढ़ कॉलेेज में ही रखा जाएगा ये स्पष्ट नहीं किया गया है।