सलूम्बर से भाजपा ने शनिवार शाम को टिकट तय किया था। दिवंगत विधायक अमृतलाल की पत्नी शान्ता देवी का नाम घोषित करने के बाद भाजपा के एक बड़े खेमे ने आपत्ति जता दी। रविवार को सलूम्बर स्थित वाटिका में बैठक हुई, जिसमें शामिल नरेंद्र और समर्थकों ने मंच से अपना रुख दिखा दिया। नरेंद्र के समर्थक शांता देवी के टिकट को अनुचित ठहराते हुए नरेंद्र को ही टिकट देने की बात पर अड़ गए।
नरेंद्र बोले- पार्टी ने गलत किया
बैठक में नरेंद्र ने कहा कि सर्वे में कुछ लोगों ने आलाकमान को गलत सूचना दी, जिससे टिकट शान्ता देवी को मिल गया, जो गलत तरीके से दिया। पार्टी 24 घंटे में टिकट बदलने का फैसला लेती है तो स्वागत करेंगे। अन्य किसी को भी टिकट देते हैं तो उसे भी समर्थन देंगे। मैं 20 साल से कार्यकर्ता बनकर कार्य कर रहा हूं, लेकिन मेरे बारे में नहीं सोचा गया।
भावुक होने पर समर्थन में लगने लगे नारे
समर्थकों को संबोधित करते नरेंद्र मीणा फूट फूट कर रोने लगे। इसको लेकर समर्थकों ने उन्हें ढाढ़स बंधाया, वहीं आक्रोशित होकर उनके पक्ष में नारे लगाने लगे। इस माहौल के बाद नरेंद्र मीणा ने कहा कि 24 घंटे का समय दिया है, इसके बाद 22 अक्टूबर को समर्थकों की राय के साथ निर्णय करेंगे।