इसके बाद जब मंदार से पूछा गया कि क्या सेट पर पुरुष प्रधान व्यवहार किया जाता है। इस पर उन्होंने कहा, ‘यहां पर पुरुष प्रधान मानसिकता नहीं है बल्कि यहां लोगों को स्वस्थ और खुशी का वातावरण मिलता है। अन्यथा यह शो 15 साल तक नहीं चलता।’
भक्ति में लीन दिखीं अदा शर्मा
आगे मंदार ने कहा कि ‘मुझे आश्चर्य भी हो रहा है और इस बात का बड़ा दुख भी है कि इस तरह के आरोप क्यों लगाए जा रहे हैं और इतने सालों का इंतजार करने के बाद ये क्यों कहा जा रहा है।’मंदार चांदवडकर आगे कहते हैं कि ‘एक सीरियल में कई सालों तक काम करने वाले लोगों के विचार अलग हो सकते हैं। डिफरेंस ऑफ ओपिनियन की वजह से आपस में विवाद हो सकते हैं लेकिन इस तरह के इल्जाम नहीं लगाए जा सकते।’
रिपोर्ट्स की मानें तो वह आखिरी बार 7 मार्च को सेट पर पहुंची थीं। सूत्रों ने बताया कि सोहेल और जतिन बजाज ने एक्ट्रेस की बेइज्जती भी की थी। इसके वह सेट से लौट आईं।