पत्रलेखा सम्राट से पूछती है कि क्या वह कल के पूजा के लिए अच्छे से तैयार हो सकती है। सम्राट से पत्रलेखा पूछती है कि कल के गणेश पूजा के लिए क्या वह अच्छे से तैयार हो सकती है। इस पर सम्राट कहता है यह पूरी तरह उसकी मर्जी है वह क्या करना चाहती है । वैसे वह सिंपली भी अच्छी लगती है।
सई करती है अपना सामान पैक
सई अपना सामान पैक कर के घर छोड़कर जाने के लिए तैयार हो जाती है। इधर देवयानी उसे ऐसा करता देख लेती है । देवयानी के पूछे जाने पर सई उसे बता तो देती है । पर उसे प्रॉमिस देखकर कहती है कि यह सिर्फ ननंद और भाभी के बीच की बात है। देवयानी यह बात किसी से नहीं कहेंगी।
विराट और सई के बीच होती है बहस
इधर विराट और सई के बीच बहस हो जाती है । विराट देवयानी से पूछता है कि वह क्या छुपा रही है । पर देवयानी नहीं बताती है। विराट और सई एक दूसरे से सभी पुरानी बातों को लेकर उलझ जाते।
(Precap —अश्वनी पूछती है सई से सवाल । अश्वनी को यह पता हो जाता है कि सई कुछ ना कुछ छुपा रही है। इस पर वह सई से पूछती है कि क्या बात है। सई कुछ नहीं बोलती तो अश्वनी उससे कहती है कि मेरी आंखों में देख कर बताओ कि तुम क्या छुपा रही हो। विराट सई से कहता है कि तुम बार-बार कह रही थी कल से सब बदल जाएगा। आ गया तुम्हारा कल क्या बदल रहा है।)