ग्रामीणों ने मतदान का किया था बहिष्कार
जानकारी के मुताबिक देवली-उनियारा विधानसभा क्षेत्र के समरावत गांव के ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार कर रखा था। ग्रामीणों का कहना था कि उनका गांव पहले उनियारा उपखंड में था, लेकिन बाद में पिछली सरकार ने उनके गांव को उनियारा से हटाकर देवली में उपखंड में शामिल कर दिया था। इससे वे नाखुश हैं। ग्रामीण लंबे समय से मांग कर रहे थे कि उनके गांव को वापस उनियारा में शामिल किया जाए। इधर, इस घटना के बाद जयपुर स्थित सचिवालय में RAS अधिकारियों ने काम का बहिष्कार कर दिया है। सूत्रों के मुताबिक सचिवालय में उच्च अधिकारियों ने आपात बैठक भी की है। इसके बाद आशंका जताई जा रही है कि प्रशासन नरेश मीणा को कभी भी हिरासत में ले सकता है।
इसके अलावा निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के एसडीएम को थप्पड़ मारे जाने की घटना के विरोध में
राजस्थान प्रशासनिक सेवा परिषद की ओर से मुख्य निर्वाचन अधिकारी नवीन महाजन को ज्ञापन देकर नरेश मीणा की गिरफ्तारी करने की मांग की गई है। वहीं, बताया जा रहा है कि RAS एसोसिएशन के अध्यक्ष महावीर खराड़ी कुछ देर में सचिवालय पहुंच रहे हैं।
टोंक एसपी ने घटना के बाद क्या कहा?
वहीं, इस घटना के बाद टोंक एसपी विकास सांगवना ने कहा कि समरावता गांव में पोलिंग बूथ पर ग्रामीणों द्वारा मतदान का बहिष्कार किया गया था। प्रशासन और पुलिस के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर समझाइश की। इसी बीच निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने मतदान केंद्र में भागते हुए SDM अमित चौधरी के साथ मारपीट की है। इसको संज्ञान में ले लिया है। यहां पूरी सुरक्षा व्यवस्था है। मैंने खुद ने यहां टीम के साथ विजिट किया है। अभी स्थिति नॉर्मल है। आगे जो भी विधिक कार्रवाई होगी, उसमें करवाई जाएगी।