नरेश मीणा के वकील रामावतार मीना ने बताया कि नगरफोर्ट थाना क्षेत्र के दर्ज मामले में नरेश मीणा को न्यायालय में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। नरेश मीणा की न्यायालय में सुनवाई के दौरान पुलिस ने वहां चारों तरफ जाप्ता लगा रखा था। पुलिस हाईवे मार्ग सहित न्यायालय के बाहर एवं अंदर सभी स्थान पर पुलिस सेना के जवान सहित कई उच्च अधिकारी यहां उपस्थित थे।
इस दौरान न्यायालय के आसपास किसी को रुकने नहीं दिया जा रहा था। साथ ही वाहनों को भी आगे हाईवे की ओर बढ़ाने के दिशा निर्देश दे रखे थे। नरेश मीणा के केस की सुनवाई के दौरान कुछ उनके समर्थक न्यायालय परिसर में जाने की कोशिश कर रहे थे लेकिन पुलिस वालों ने उन्हें बाहर ही रोक दिया गया। इस दौरान नरेश मीणा को पुलिस ने न्यायालय में पेश किया और पेश करने के बाद वापस सवाई माधोपुर-टोंक हाईवे पर होकर टोंक ले गए।
गौरतलब है कि उप चुनाव के दौरान ग्रामीण समरावता गांव को देवली उपखंड से उनियारा उपखंड में जोड़ने की मांग कर रहे थे। इसको लेकर उन्होंने मतदान का बहिष्कार किया था। मालपुरा उपखंड अधिकारी अमित चौधरी ने वहां कुछ मतदाताओं को मतदान करने के लिए कहा तो मीणा भड़क गए और चौधरी के थप्पड़ मार दिया था। रात को धरने के दौरान बवाल हो गया था।