उपचुनाव से पूर्व संगठन की मजबूती पर जोर, कांग्रेस की बैठक आयोजित
उल्लेखनीय है कि बीसलपुर बांध के 6 सितम्बर सुबह 11 बजे दो गेट खोलकर निकासी शुरू की गई। आवक बढ़ने पर बांध के दो गेट शाम 4 बजे और रात को दो गेट और खोलकर 6 गेटों से पानी की निकासी की गई। जलग्रहण क्षेत्र से जुड़ी बनास नदी का बीसलपुर बांध के भरने में अहम योगदान रहता है। इसके अलावा खारी एवं डाई नदी का भी विशेष महत्व है। अगर आंकड़ों में देखा जाए तो जब भी बीसलपुर बांध भरा है तब बनास नदी से पानी की अच्छी आवक हुई तब ही संभव हो पाया है। इस बार बीसलपुर बांध भरने के बाद पेयजल एवं सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मौजूद है।02:04 PM