इसी मामले में संयुक्त बैरवा महासभा की ओर से बुधवार को जिला कलक्टर
Collector को ज्ञापन सौंपा गया। इसमें कहा कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार किया जाए। ऐसा नहीं किया जाने पर गुरुवार को आंदोलन किया जाएगा। हालांकि जिला प्रशासन ने उन्हें आरोपियों को
गिरफ्तार करने को कहा है।
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विधायक कमल बैरवा के नेतृत्व में सौंपा गया। इसमें कहा कि मामला गत 16 जून का है। निवाई पुलिस ने 16 दिन बाद भी आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया। इससे लोगों में पुलिस के प्रति नाराजगी है। पुलिस मामले को दबाने में जुटी है। ऐसे में आरोपियों में भय खत्म सा हो गया है।
उन्होंने कहा कि पीडि़ता 164 के बयानों में आरोपियों का खुलासा किया है। इसके बावजूद आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया जाना पुलिस की लापरवाही है। साथ ही पीडि़त पक्ष को एफआईआर
fir तथा बयानों की कॉपी नहीं दी जा रही है। पुलिस आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करने के स्थान पर पीडि़त परिवार को ही धमका रही है।
read more: video: पुलिस चौकी के पास मेडिक़ल स्टोर का शटर तोड़ते सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए नकाबपोश साथ ही आरोपियों की सूचना देने के बावजूद पुलिस उन्हें गिरफ्तार नहीं कर रही है। उन्होंने कलक्टर को सौंपे गए ज्ञापन में कहा कि आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया गया तो वे गुरुवार सुबह 11 बजे
टोंक में धरना देंगे। ज्ञापन देने वालों में रामदयाल गुणावत, चिरंजीलाल, रमेश बैरवा, अशोक, प्रभुलाल, प्रहलाद, नंदलाल, जगदीश, बाबूलाल आदि शामिल थे।
गौरतलब हैकि गत 16 जून की देर रात को आरोपी नाबालिग को घर से उठाकर ले गए थे। आरोपियों ने जंगल में उसके साथ
सामूहिक बलात्कार किया और जान से मारने की योजना बनाने लगे, लेकिन किसी के आने की भनक पर आरोपी फरार हो गए। पीडि़ता के पिता के
दिल्ली से आने पर दो दिन बाद निवाई सदर थाना पुलिस ने मामला दर्ज किया था। पुलिस ने एक आरोपी को तो गिरफ्तार कर लिया, लेकिन अन्य आरोपी पुलिस पकड़ से दूर है।