पिछले कुछ दिनों से धीमी चाल में चल रही त्रिवेणी नदी भी अब वेग में चल रही है। कल शाम के बाद त्रिवेणी नदी का गेज भी 4.10 मीटर तक पहुंच चुका है, जो इस क्षेत्र में जलस्तर की वृद्धि को दर्शाता है। इन आंकड़ों के आधार पर, स्थानीय प्रशासन और जल संसाधन विभाग ने संभावित बाढ़ की स्थिति से निपटने के लिए तैयारियाँ शुरू कर दी हैं। विभाग की टीम ने गांव वालों से संपर्क करना शुरू कर दिया है और फिर सायरन बजाने की तैयारी भी की जाने लगी है।
बारिश ने इस बार राजस्थान में रिकॉर्ड तोड़े हैं तो बीसलपुर भी इस बार रिकॉर्ड तोड़ने की तैयारी में है। अब तक बांध छह बार छलक चुका है बनने के बाद से। लेकिन हर बार अगस्त महीने में ही बांध से पानी छलका है। इस बार पहली दफा होगा कि बांध सितंबर महीने में छलकने वाला है। बांध में बेहद तेजी से पानी आ रहा है और अंदाजा लगाया जा रहा है कि शुक्रवार रात तक बांध के दरवाजे खोल दिए जाएंगे। इस ऐतिहासिक पल की तैयारी शुरू कर दी गई है। बांध से जयपुर, दौसा, टोंक और अजमेर के एक करोड़ से भी ज्यादा लोगों के लिए पानी की सप्लाई होती है।