अभियंताओं की बैठक ली
वहीं बांध अधीक्षण अभियंता वीएस सागर ने अभियंताओं की बैठक लेकर सूचना जारी कर बांध के डाउन स्ट्रीम में बहती बनास नदी के करीबी गांवों में अलर्ट जारी कर बनास नदी से दूर रहने की चेतावनी भी दे दी है। जिससे किसी भी प्रकार की जनहानि व पशुधन हानि से बचा जा सके। इसी प्रकार बांध के सातवीं बार छलकने के आसार से लोगों में भी खुशी का माहौल बना हुआ है। लोगों की पल पल की नजरें बांध के गेज पर टिकी हुई है। हालांकि अभी तक बांध परियोजना की नजरें कैचमेंट एरिया से बांध में पानी की आवक पर बनी हुई है। बांध के गेट खोलने से पूर्व बांध परियोजना बांध के पूर्ण जलभराव, कैचमेंट एरिया से पानी की आवक को मध्य नजर रखते हुए गेट खोलकर बनास नदी में पानी डिस्चार्ज करने की मात्रा का फैसला किया जाएगा।
तैयारियों का लिया जायजा
इधर बांध परियोजना के अभियंताओं के अनुसार बांध से बनास नदी में पानी की निकासी शुरू करने को लेकर शुक्रवार तक गेट खोलने की संभावना व्यक्त की जा रही है। वहीं बांध परियोजना के अभियंता भी परियोजना कार्यालय में बैठक लेने के साथ ही बारी बारी से बांध पर पहुंच कर तैयारी का जायजा ले रहे हैं। बीसलपुर बांध के कैचमेंट एरिया में पड़ने वाले भीलवाड़ा, चित्तौड़ व राजसमंद जिलों में लगातार जारी झमाझम बारिश के चलते बांध में पानी की आवक भी लगातार जारी है। इसी प्रकार जलभराव में सहायक खारी व डाई नदियों में भी लगातार पानी की आवक बनी हुई है। जलभराव में सहायक त्रिवेणी का गेज गुरुवार को 4.20 मीटर दर्ज किया गया है। बांध के कंट्रोल रूम से प्राप्त जानकारी के अनुसार 315.50 आर एल मीटर जलभराव वाले बांध का गेज शाम 5 बजे तक 315.24 आर एल मीटर पर पहुंच चुका है। जिसमें 36.876 टीएमसी का जलभराव हो चुका है। वहीं बांध को छलकने के लिए अब करीब 2 टीएमसी पानी की आवश्यकता शेष बची हुई है।