बताया जा रहा है कि संत देव स्वरूपानंद को सूचना मिली थी कि एक गर्भवती गाय सड़क पर तड़प रही है। संत मौके पर पहुंचे और डॉक्टर को कॉल कर इमरजेंसी बताते हुए तुरंत आने को कहा। लेकिन डॉक्टर ने मौके पर पहुंचने में देर कर दी और तबतक गाय ने बछड़े को जन्म दे दिया, लेकिन बछड़े की मौत हो गई। इसके बाद पशुपालन विभाग के वरिष्ठ चिकित्सक आर.के जैन मौके पर पहुंचे। देरी से आने के कारण हुई बछड़े की मौत से खफा संत देव स्वरूपानंद ने डॉक्टर के आते ही जमकर चप्पलों से पिटाई शुरु कर दी।
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संत बोले- काफी देर नहीं पहुंचे डॉक्टर
मामले को लेकर संत देव स्वरूपानंद का कहना है कि शनिवार सुबह कुंडेश्वर रोड पर एक्सीलेंस स्कूल के पास एक गाय गर्भ पीड़ा से तड़प रही थी। जानकारी लगते ही वे मौके पर पहुंचे और पशु चिकित्सक को उपचार के लिए फोन लगाया था। काफी देर तक वे मौके पर नहीं पहुंचे। इस दौरान गाय ने नवजात बछड़े को जन्म दे दिया और बछड़े की मौत भी हो गई थी।
डॉ. बोले- संत का कृत्य अशोभनीय
वहीं, दूसरी तरफ पशु चिकित्सक डॉक्टर आर.के जैन का कहना है कि उन्हें जैसे ही कुंडेश्वर मार्ग पर बीमार गाय पड़े होने की सूचना मिली। वो तत्काल ही आनन-फानन में मौके पर पहुंच गए थे। गाय का इलाज करने के लिए उन्होंने सड़क पर ही अपने कपड़े बदलना शुरु ही किए ते कि मौके पर मौजूद संत ने पीछे से आकर उनके गाल पर चाटा मार दिया। इससे पहले कि वो कुछ समझ पाते संत ने उन्हें चप्पलों से पीटना शुरु कर दिया। डॉक्टर का कहना है कि उनके साथ संत द्वारा किया गया कृत्य अशोभनीय है। अगर आरोपी संत के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो आगे जमीनी स्तर पर काम करने वाले विभागीय कर्मचारी काम कैसे कर सकेंगे।
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संत के खिलाफ कार्रवाई की मांग
वहीं डॉक्टर के साथ हुई मारपीट की जानकारी मिलने के बाद पशुपालन विभाग के चिकित्सक एकजुट हो गए। उन्होंने कलेक्टर, एसपी समेत पशुपालन विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को ज्ञापन सौंपकर कार्रवाई की मांग की है। वहीं, दूसरी तरफ कोतवाली थाना प्रभारी आंनद राज ने बताया कि मारपीट का शिकार डॉक्टर की शिकायत पर आरोपी संत के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है। जांच के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।