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टीकमगढ़

प्रधानमंत्री से हुई शिकायत पर जल निगम टीम जांच करने पहुंची चार गांव, नियमों के विरूद्ध बिछाई गई पाइप लाइन

जांच करने पहाड़ी तिलवारन पहुंची जल निगम की टीम

टीकमगढ़Dec 23, 2024 / 11:17 am

akhilesh lodhi

जांच करने पहाड़ी तिलवारन पहुंची जल निगम की टीम

जांच करने पहाड़ी तिलवारन पहुंची जल निगम की टीम

जांच टीम ने उखड़वाई पाइप लाइन, पुन: बिछाने और ठेकेदार पर कार्रवाई करने दिए निर्देश

टीकमगढ़. हर घर तक पाइप लाइन से पानी पहुंचाने वाली जल जीवन मिशन योजना की शिकायत प्रधानमंत्री कार्यालय तक पहुंची। आरोप था कि मिशन में मै. इनवायरो इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड दिल्ली ने मानक से सस्ते और गुणवत्ताहीन तरीके से काम कराया है। वहीं पाइपों को तीन फीट जमीन में दबाने के बजाय एक और डेढ फीट के साथ ऊपर खुले बिछा दिए गए है। शिकायत विकास यादव ने कलेक्टर, पीएचई, जल निगम, कमिश्नर और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर की गई थी। कार्रवाई नहीं हुई तो १६ जुलाई २०२४ को प्रधानमंत्री कार्यालय की गई। गुरुवार को जांच करने छतरपुर जल निगम के उप महाप्रबंधक और अन्य अधिकारियों की टीम आई। दोपहर से देर रात तक गांवों में जाकर जल जीवन मिशन योजना की जांच की। जिसमें विभिन्न प्रकार की अनियमितताएं पाई गई। लाइनों को दोवारा नियमों के मापदंड पर बिछाने और संबंधित ठेकेदार पर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
गुरुवार को जल निगम छतरपुर के उप महाप्रबंधक अनमोल कोचर ने टीम के साथ टीकमगढ़ जनपद पंचायत की ग्राम पंचायत प्रेमपुरा में दोपहर १ बजे पहुुंचे। बिछाई गई पाइप का निरीक्षण किया। ग्रामीणों द्वारा विभिन्न प्रकार के आरोप लगाए गए। आरोप पर जांच टीम ने सीसी रोड को खुदवाया। तीन फीट जमीने में दबाने वाली लाइन एक फीट दबी मिली। दोपहर ३ बजे हरपुरा मडिया गांव की पाइप लाइन सीसी रोड के छह इंच नीचे और ऊपर दिखाई दे रही थी। शाम ४ बजे जांच टीम पहाडी तिलवारन गांव के प्रजापति मोहल्ला में पहुंची। जहां पर पाइप लाइन एक फीट जमीन में मिली। शाम ५ बजे जुडावन गांव टीम पहुंची। पाइप लाइन की जांंच की, जहां पर पाइप लाइन ऊपर पड़ी थी। इन सभी गांव में सीसी सडक़ टूटी पड़ी थी। जबकि नियम अनुसार पाइप लाइन तीन फीट नीचे और तोड़ी गई सीसी को सही कराने के साथ हितग्राही के घर में पानी पहुंचाने का जिम्मा था। लेकिन इन गांव में जल जीवन मिशन की स्थिति उलट दिखाई दी। जांच टीम में जल निगम के उप महाप्रबंधक अनमोल कोचर, डिप्टी मेनेजर दीपक सिंह, टीम लीड सत्यम चतुर्वेदी, सीपी मैनेजर राकेश सिंह, रेजिडेंशियल इंजीनियर प्रियरंजन पंडा, फ र्म के प्लानिंग इंजीनियर सुभेश चौधरी, डिप्टी प्रोजेक्ट मैनेजर संजीव सिंह रहे।
३७६.१४ करोड की योजना को दिसंबर २०२४ में करना था पूरा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त 2019 को जल जीवन मिशन योजना का शुभारम्भ किया था। इस योजना में टीकमगढ़ जिले के 201 गांवों में जन जीवन मिशन की पाइप लाइन, पानी की टंकी और हर घर में नल जल पहुंचाने के लिए ३७६.१४ करोड रुपए आवंटित किए गए थे। इसका निर्माण कराने की जिम्मेदारी मै. इनवायरो इंफ्रा इंजीनियरिंग लिमिटेड दिल्ली को दी थी। जिले का पूरा कार्य दिसंबर २०२४ तक पूरा किया जाना था। लेकिन टीकमगढ़ जिले में जल जीवन मिशन का कार्य पूरा नहीं हो पाया है।
प्रधानमंत्री से की थी शिकायत
फ र्म द्वारा की जा रही अनियमितताओं की शिकायत भाजपा नेता विकास यादव ने 16 जुलाई 2024 को दिल्ली प्रधानमंत्री कार्यालय में की गई थी। प्रधानमंत्री कार्यालय ने शिकायत को प्रदेश की सीएम हेल्पलाइन में मर्ज कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए थे। निर्देश के पालन में मध्य प्रदेश जल निगम परियोजना क्रियान्वयन इकाई छतरपुर से आई जांच टीम ने गुरुवार को टीकमगढ़ के शिकायती ग्रामों में पहुंचकर जांच की। जांच के दौरान फ र्म द्वारा किए जा रहे कार्यों में जमकर अनियमितताएं मिली। कहीं पाइपलाइन गाइड लाइन के विपरीत 1 फीट गहराई में मिली। तो कहीं जमीन के ऊपर मिली, तो कहीं नाली में। जांच अधिकारी ने ठेकेदार फ र्म को पाइपलाइन निकालकर पुन: निर्धारित मापदंडो के अनुसार 3 फीट गहराई मे डालने की निर्देश दिए।
इनका कहना
हमारी टीम टीकमगढ़ के गांवों में जांच करने के लिए गई थी। अभी मैं न्यायालय में बैठा हूं।
अनमोल कोचर, उप महाप्रबंधक जल निगम छतरपुर।

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