विभाग के अधिकारी ने बताया कि फ ाइलेरिया के तहत दवा सेवन अभियान पलेरा और जतारा ब्लॉक में १० फरवरी २०२५ में आयोजित किया जाएगा। इस अभियान के तहत लिधौरा, जतारा और पलेरा नगरीय क्षेत्र के साथ ३२० ग्रामों में 5 लाख 65 हजार लक्षित आबादी को दवा खिलाई जाएगी। इस कार्य के लिए 2262 दवा सेवक कार्यकर्ता और २२६ सुपरवाइजर घर घर जाकर दवा खिलाएंगे।
बताया गया कि जिले में वर्ष २००४ से फाइलेरिया दवाओं को खिलाने का अभियान चलाया जा रहा है। इस अभियान में ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, नगरीय क्षेत्र में दवाओं का सेवन फरवरी में खिलाई जाती है। इस कार्यक्रम के कारण टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को सामूहिक दवा सेवन चरण फाइलेरिया से मुक्त कर दिया है।
पहले सामूहिक दवा सेवन परीक्षा, दूसरा प्रीटास परीक्षा और तीसरा टास चरण परीक्षा देनी होती है। यह ब्लॉक सामूहिक दवा सेवन और प्रीटास चरण परीक्षा में पास हो गए है। अब इन्हें टास चरण की परीक्षा पास करनी है। उसके बाद फाइलेरिया मुक्त घोषत किया जाएगा।
जिले में मलेरिया के दो प्रकरण दर्ज है। जबकि मलेरिया की 172000 जांच लक्ष्य से 119 प्रतिशत अधिक की गई है। 3087 फाइलेरिया जांचों मेंं से 6 माइक्रो फ ाइलेरिया पॉजिटिव प्रकरण दर्ज किए गए है। प्रोटोकॉल के अनुसार12 दिन की दवा देकर ठीक किया गया है। जबकि जिले में हाथी पांव के 56 मरीज पहले से ही दर्ज है। बताया गया कि वर्ष 2024 में जतारा के मुहारा से एक, बल्देवगढ़ के चंदेरी गांव से एक, उमरिया से एक और छतरपुर से तीन पुराने प्रकरण जिले में आ जाने से इन मरीजों की संख्या बढक़र 61 हो गई है। उन्होंने बताया कि 505 डेंगू की जांचों में से 74 प्रकरण और दो प्रकरण चिकनगुनिया के दर्ज किए गए है।
टीकमगढ़ और बल्देवगढ़ ब्लॉक को जल्द ही फाइलेरिया मुक्त का दर्जा मिलने वाला है। इन ब्लॉकों को सिर्फ टास चरण की परीक्षा पास करनी है। डेंगू, मलेरिया और चिकनगुनिया के आंकड़े भी बढ़ते जा रहे है। इनके लिए प्रशासन के मद्द से कम करने का अभियान चलाया जा रहा है।
एचएम रावत, जिला मलेरिया अधिकारी, टीकमगढ़, निवाड़ी।